भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार को यही नहीं मालूम कि प्रदेश भर में पिछले पांच साल में शराब की कितनी बिक्री हुई एवं किस ब्रांड की शराब सबसे ज्यादा बिकी। सवाल यह उठता है कि जब बिक्री के आंकड़े ही नहीं हैं तो ठेके क्या अंदाज से दिए जाते हैं।
राज्य सरकार के लिए कमाई की बड़ी दुकानों में से एक शराब कारोबार के मामले में रतलाम विधायक पारस सकलेचा के सवाल का जो जबाव उन्हें मिला उसे देख श्री सकलेचा खुद भौंचक्क रह गए। सदन से बाहर निकलते ही वो आ पहुंचे मीडिया से मिलने और सरकार की कलई खोल दी।
सकलेचा ने विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि शराब व्यवसाय को लेकर उन्होंने विधानसभा में प्रश्न लगाया था। जिसके माध्यम से पूछा गया था कि प्रदेश में शराब दुकानों की संख्या और उनसे प्राप्त होने वाली राशि की पिछले पांच साल की जानकारी दी जाए।
सकलेचा ने बताया कि वित्त मंत्री राघवजी ने इस प्रश्न के लिखित जवाब में यह जानकारी उपलब्ध करा दी है, लेकिन पिछले पांच साल में कितनी शराब बेची गई? इसके जवाब में कहा गया कि यह जानकारी एकत्र की जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार यह भी नहीं बता रही है कि कौन-कौन सी शराब कितने-कितने कीमत में बेची जा रही है?