भोपाल। अध्यापक संयुक्त मोर्चा ने तत्वावधान में चल रही हड़ताल के नतीजे अब आने ही वाले हैं। आज शुक्रवार को आंदोलनकारियों की सरकार से हुई बातचीत सकारात्मक रही। सरकार ने सुलह की ओर एक कदम आगे बढ़ाया है। उम्मीद है देरशाम तक बातचीत के बेहतर परिणाम सामने आएं।
शिवराज सरकार ने आज फिर हड़ताली अध्यापकों को वार्ता के लिए बुलाया। सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा मौजूद थे। उन्होंने हड़ताली अध्यापकों को बीच का रास्ता सुझाने का प्रयास किया। इधर सरकार ने एक कदम आगे बढ़ाया तो उधर हडताली अध्यापकों ने भी उनका सम्मान रखते हुए कुछ सुझाव पेश किए।
दोनों पक्षों के बीच मध्स्थता लगातार जारी है एवं उम्मीद की जा रही है कि देररात तक इस वार्ता के बेहतर परिणाम सामने आ जाएंगे।
क्या हो सकता है बीच का रास्ता
इधर हड़ताली अध्यापक तो उधर सरकार झुकने के मूड में नहीं थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार निर्देशित कर रहे थे कि कोई बीच का रास्ता निकाला जाए परंतु ऐसा कोई कोई भी सुझाव सरकार की ओर से हड़ताली अध्यापकों के सामने नहीं रखा गया जो अध्यापकों को स्वीकार योग्य लगता, परंतु आज जो कुछ हुआ तो उम्मीदों की किरण लेकर आया है। संभव है कि दोनों पक्षों को सदस्यों को शामिल करते हुए एक समिति का गठन किया जाए। दोनों पक्षों के प्रतिनिधि आपस में बैठकर बात करें एवं निर्णय तक पहुंचें। इस प्रक्रिया के लिए एक समयावधि निर्धारित की जा सकती है और तब तक हड़ताल स्थगित की जा सकती है।
सभी कार्रवाईयां वापस ले सरकार
मोर्चा पदाधिकारियों की ओर से सरकार के सामने शर्त रखी गई है कि पहले वो हड़ताली अध्यापकों के खिलाफ की गईं सभी कार्रवाईयां वापस ले। निलंबन एवं वेतन काटने के जो आदेश जारी किए गए थे उन्हें वापस लिया जाए तब माना जाएगा कि सरकार सकारात्मक कदम उठा रही है।
महिला अध्यापकों ने लगाई प्रतीकात्मक फांसी
भोपाल। अध्यापक मोर्चा के बैनर तले दो दर्जन से ज्यादा महिला अध्यापकों ने शुक्रवार को प्रतीकात्मक फांसी लगाकर सरकार का विरोध किया। महिला दिवस के दिन महिला अध्यापकों ने फांसी का फंदा गले से लगाकर संदेश दिया कि सरकार महिलाओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
यादगार-ए-शाहजहांनी पार्क में इस मौके पर भारी संख्या महिला अध्यापकों समेत पुरुष अध्यापक व मोर्चा के पदाधिकारी मुरलीधर पाटीदार, बृजेश शर्मा, दिनेश शुक्ला, उपेंद्र कौशल, जितेंद्र शाक्य आदि मौजूद थे।