भोपाल। शिवपुरी में हुए छात्र उत्सव गोयल के अपहरण और हत्या के मामले में मृतक के पिता कमल दीवान ने हैप्पीडेज स्कूल की संचालक गीता दीवान पर हत्या में मदद करने आरोप लगाया है। सनद रहे कि गीता दीवान, ग्वालियर के महाराजा जीवाजीराव सिंधिया के दीवान सुरेन्द्र दीवान की बहू हैं। दीवान परिवार आज भी सिंधिया राजवंश के लिए यथावत सेवाएं अदा कर रहा है।
आज शिवपुरी में मृतछात्र के पिता कमल गोयल ने हैप्पीडेज स्कूल की संचालक गीता दीवान पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने पुलिस को बहुत पहले ही सूचित कर दिया था कि स्कूल बस का ड्रायवर अपहरणकर्ता हो सकता है। पुलिस ने उसे हिरासत में भी ले लिया था परंतु सिंधिया के नजदीकी दीवान परिवार का मुलाजिम होने के कारण उसे मुक्त कर दिया गया और बाद में उसी ने उत्सव की हत्या कर दी। पिता कमल गोयल ने खुला आरोप लगाया कि यदि गीता दीवान का संरक्षण नहीं होता तो उत्सव आज जिंदा होता।
सनद रहे कि आरोपी गीता दीवान केवल हैप्पीडेज स्कूल की संचालक नहीं है बल्कि अरविंद दीवान की बहू भी हैं। शिवपुरी में दीवान परिवार, सिंधिया राजवंश का सबसे नजदीकी परिवार है एवं सिंधिया राजवंश के साथ आज भी उनके सबसे मजबूत रिश्ते हैं। हालात यह हैं कि दीवान परिवार को शिवपुरी जिला प्रशासन ठीक वही सम्मान देता है जो सिंधिया परिवार के लोगों को दिया करता है।
इसीलिए आक्रोशित भीड़ ने तोड़ दी थी सिंधिया की प्रतिमा
शिवपुरी शहर के संस्थापक माधौराव सिंधिया की प्रतिमा को तोड़ना शिवपुरी के लिए बहुत बड़ी घटना है। शिवपुरी में कितने भी दंगे हों, सिंधिया का विरोध हो परंतु माधौराव सिंधिया से शिवपुरीवासियों का प्रेम जगजाहिर है। हो भी क्यों ना, जिस राजा ने शिवपुरी शहर की स्थापना की, शिवपुरी को देश का सबसे खूबसूरत शहर बनाया, अपने राज्य की राजधानी का गौरव दिया, उसकी प्रतिमा की देखकर शिवपुरीवासी गौरवान्वित हुआ करते थे। पुराने बुजुर्ग तो यहां तक कहा करते थे कि यदि माधौमहाराज जैसा एक भी सिंधिया परिवार में पैदा हो गया तो ग्वालियर और शिवपुरी एक बार फिर देश के सबसे अच्छे शहर बन जाएंगे, परंतु दीवान परिवार द्वारा हत्यारों को संरक्षण देने के कारण आक्रोशित भीड़ ने अपने इतिहास को ही उखाड़ फैंका।