भोपाल। महिला कर्मचारी द्वारा यौनशोषण का आरोप लगाए जाने के बाद महर्षि महेश योगी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति गिरीश वर्मा भूमिगत हो गए हैं। महिला आयोग को तो भोपाल में उनका पता ही नहीं मिला और पुलिस को पता तो मिला लेकिन वर्मा नहीं मिले।
गौरतलब है कि राज्यपाल रामनरेश यादव को महर्षि शिक्षण संस्थान रतनपुर की एक शिक्षिका ने शिकायत की थी। इस पर राज्यपाल ने डीजीपी को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे। मामला महिला अपराध सेल को सौंपा गया।
महिला सेल ने सोमवार को महर्षि महेश योगी शिक्षण संस्थान पहुंचकर शिकायत करने वाली महिला से पूछताछ की। एक घंटे चली यह पूछताछ बंद कमरे में हुई। महिला अपराध सेल की एडीजी अरुणा राव का कहना है कि जांच जल्द पूरी हो जाएगी।
इस मामले में सोमवार को जब पुलिस गिरीश वर्मा के बयान लेने ब्रिटिश पार्क के पास स्थित उनके घर पहुंची तो वे नहीं मिले। वहां मौजूद कर्मचारी पुलिस को यह भी नहीं बता पाए कि वर्मा कहां गए हैं और कब तक लौटेंगे।
महिला आयोग को नहीं मिला पता
महिला आयोग ने 13 मार्च को होने वाली बेंच में उपस्थित होने के लिए गिरीश वर्मा को जो नोटिस जारी किया था, वह आयोग के पास वापस आ गया है। इस पर लिखा गया है कि गिरीश वर्मा नाम का कोई व्यक्ति यहां नहीं है। आयोग की अध्यक्ष उपमा राय का कहना है कि इस मामले में उन्होंने एसपी से जांच रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली। एसपी अंशुमान सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जाचं पूरी होने के बाद ही आयोग को रिपोर्ट पेश की जाएगी।