भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल भोपाल पर एमआईएस कॉर्डिनेटर की संविदा नियुक्ति की परीक्षा के परिणामों में गोलमाल का आरोप लगा है। बताया गया है कि व्यापम ने 126 अंक पाने वाले को मेरिट में दर्ज कर लिया जबकि 127 अंक वाले को वेटिंग में डाल दिया।
भोपालसमाचार.कॉम को मेल के जरिए मिली एक शिकायत में बैजनाथ सिंह कुशवाह ने अपने साथ अन्याय का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया है कि
1. आवेदन बैजनाथ कुशवाहा तनय श्री एच. एल. कुशवाहा पिछड़ा वर्ग अनुक्रमांक 314886 ने रिर्टन टेस्ट में 200 में 127 अंक प्राप्त किये।
2. जनरल के आवेदक श्री आनन्द कुमार त्रिपाठी अनुक्रमांक 314075 एवं श्री नीलेश पाठक अनुक्रमांक 324248 दोनों हेन्डीकेप्ट आवेदकों ने रिर्टन टेस्ट में 200 मे से 126 अंक प्राप्त किये।
3. क्रमांक (2) पर अंकित दोनों जनरल के आवेदकों के नाम हेण्डीकेप्ट मेरिट सूची में क्रमांक 6 व 7 सूची में है।
4. जबकि बिन्दु 1 पर अंकित आवेदक बैजनाथ कुशवाहा ने 127 अंक प्राप्त करने के बावजूद भी मेरिट सूची मे स्थान नहीं मिला है। रिजर्व हेण्डीकेप्ट वेटिंग सूची में क्रमांक 7 पर दिया है। जिससे आवेदक च्वाइस फिलिंग से वंचित रह गया है।
आवेदक
श्री बैजनाथ कुशवाहा
सुकवां, छतरपुर (म0प्र0)
मो0न0- 9893866573
श्री कुशवाह ने अपने पक्षसमर्थन में निम्नांकित दस्तावेज भी उपलब्ध कराए हैं।
- रोल न0 314075 की अंक सूची की छाया प्रति।
- रोल न0 324248 की अंक सूची की छाया प्रति।
- रोल न0 314886 की अंक सूची की छाया प्रति।
- मेरिट सूची की छाया प्रति।
अब देखना यह है कि यह मामला प्रकाश में आने के बाद भी व्यापम अपनी इस गलती को सुधारता है या नहीं।