भोपाल। अपने गिरोह के साथियों की मुखबिरी करने वालों की हत्या का एलान करने वाले कुख्यात डाकू सुरेश पटेल की जंगल में सर्चिंग तेज हो गई है। यह इसलिए भी क्योंकि उसने नवरात्रों में ही हत्याकांड का एलान किया है। इस मामले में चित्रकूट पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है।
पांच लाख के इनामी दस्यु सुदेश पटेल उर्फ बलखडि़या की तलाश में शनिवार को चित्रकूट की जिला पुलिस ने जंगल की खाक छानी। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में हुई कांबिग में पुलिस को विशेष सफलता तो हाथ नहीं लगी लेकिन डकैतों के आसरा देने वालों को चिन्हित कर लिया गया।
पाठा में आतंक का पर्याय बने डकैत बलखड़िया पर इन दिनों यूपी व एमपी पुलिस की नजर टेढ़ी हो गई है। जिस दिन से वह पांच लाख का इनामी हुआ है दोनों प्रदेशों की पुलिस उसकी तलाश में तेजी से लग गई है। वैसे बलखड़िया ने मध्यप्रदेश पुलिस को नवरात्र में चुनौती दी है। उसने धमकी दी है कि धारकुण्डी थाने के बांसा पहाड़ में उसके साथियों को मौत की नींद सुलाने में पुलिस की मदद करने वालों को वह नहीं बख्शेगा।
सात लोगों के मौत की धमकी के बाद एमपी शासन ने बांसा गांव में कमांडो तैनात कर दिए हैं और अपने क्षेत्र मे गैंग की तलाश तेज कर दी है। ऐसे में संभावना है कि गैंग जिले की सीमा में घुसेगा। जिसको ध्यान में रखते हुए शनिवार को पुलिस अधीक्षक कृष्ण बहादुर सिंह के नेतृत्व में पाठा के जंगलों में काम्बिंग कर डकैतों की तलाश की गई। मारकुण्डी थाना क्षेत्र के करौंहा, चौरी व परासन के जंगल में एसपी ने भारी पुलिस बल के साथ कांबिंग की।
वैसे पुलिस को कांबिंग में कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी। सिर्फ जंगल में आने जाने वालों से पूछताछ में कुछ सुराग मिले हैं। पुलिस का दावा है कि गैंग के पनाहगारों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही डकैतों के साथ उनके खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा। कांबिंग में क्षेत्राधिकारी सदर सुरेश चन्द्र रावत, थानाध्यक्ष मानिकपुर हरीशरण यादव, मारकुण्डी विकास सिंह तोमर और बहिलपुरवा बीआर कमल सहित एन्टी डकैती टीम के सदस्य और पीएसी के जवान मौजूद रहे।