उपदेश अवस्थी@लावारिस शहर। महिलाओं को लेकर डबल मीनिंग भाषण देने वाले मंत्री 'रंगीले' शाह के बाद अब नरेन्द्र तोमर भी ऐसे ही मामले में फंस गए हैं। उन्होंने कांग्रेस एवं यूपीए नेताओं को अपनी पत्नियों के चरित्र पर शक करने वाला बताया डाला।
नरेन्द्र तोमर ने शाजापुर जिले के सुसनेर के पास बुधवार, 17 अप्रैल को एक सौर ऊर्जा संयंत्र के उद्घाटन के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा, ‘देखिए, दरअसल क्या है कि यूपीए के जो लोग हैं, वे तो विध्वंस में भी दूसरे का फायदा देख रहे हैं।’ कई बार हम लोग मजाक में कहा करते थे कि अगर किसी कांग्रेसी के घर में बच्चा पैदा हो, तो उसमें भी वह बीजेपी का ही हाथ देखेगा।’
कहने का लव्वोलुआब यह कि नरेन्द्र तोमर के अनुसार कांग्रेस एवं यूपीए के नेता अपनी पत्नियों को चरित्रहीन एवं भाजपाईयों से अवैध रिश्ते रखने वाली महिला मानते हैं। इसका दूसरा पहलू यह भी है कि कांग्रेस एवं यूपीए नेता भाजपा कार्यकर्ताओं को चरित्रहीन एवं अपनी पत्नियों से बेवफाई करने वाला मानते हैं।
सिक्के के दोनों पहलू काले हैं, यहां से देखा तो भी समस्या और वहां से देखो तो भी कष्ट। बात कहीं न कहीं गलत हो गई।
अब बात करते हैं 'मजाक' की, तो एक सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को अनजान मीडियाकर्मियों के सामने इस तरह का अश्लील मजाक करने का लाइसेंस किसने दिया। यदि तोमर का बयान 'मजाक' है तो विजय शाह का भाषण भी मजाक से ज्यादा नहीं होना चाहिए था।
कल ही नरेन्द्र तोमर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नि को इनवाइट करने के मजाक के बदले मंत्री विजय शाह से इस्तीफा मांग लिया था। आज खुद तोमर ने कांग्रेसी नेताओं पर आरोप लगाया है कि वो अपनी पत्नियों पर चरित्रहीनता का शक करते हैं। तोमर आज उसी जाल में जा फंसे हैं, जिसमें कल विजय शाह छटपटा रहे थे।
'अपनेराम' तो केवल इतना कहना चाहते हैं कि सार्वजनिक जीवन जीने वालों को मजाक करने का अधिकार नहीं होता। कम से कम अश्लील तो कतई नही। अंधेरी रात, अकेले कमरे और नींद में भी नहीं। गुनाह तो तोमर से भी हो ही गया है। अब सवाल केवल यह कि विजय शाह से इस्तीफा तो तोमर ने मांग लिया था, तोमर से रिजाइन मांगेगा कौन...?