भोपाल। अवैध रूप से बनाए गए मैरिज गार्डनों के खिलाफ नगर निगम ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। इस सिलसिले में बुधवार को नगर निगम के अमले ने होशंगाबाद रोड स्थित एक अवैध मैरिज गार्डन को जमींदोज कर दिया।
मामले में नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि गार्डन को निगम की परमीशन के बगैर बनाया गया था। वहीं गार्डन संचालक शैलेंद्र शुक्ला का कहना है कि इस मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है, वहीं निगम ने गार्डन को बिना किसी पूर्व सूचना के तोड़ दिया है। शहर के अवैध गार्डन की फेहरिस्त में होशंगाबाद रोड स्थित मधुबन गार्डन का नाम भी जुड़ गया।
बुधवार को दोपहर करीब दो बजे निगम का अतिक्रमण शाखा ने अपने दल-बल के साथ गार्डन में दस्तक दी। वहां पहुंचते ही निगम के कर्मचारियों ने गार्डन से सामान निकालना शुरू कर दिया। गार्डन के संचालक शुक्ला कुछ समझ पाते इसके पहले ही निगम की जेसीबी ने गार्डन के गेट को तोड़ना शुरू कर दिया। गार्डन संचालक निगम के अधिकारियों से कार्रवाई रोकने की गुहार लगाता रहा लेकिन उन्होंने गार्डन तोड़ने का परमीशन लेटर संचालक के हाथ में थमा दिया। श्री शुक्ला का कहना है कि गार्डन की जमीन कांग्रेसी नेता महेंद्र सिंह चौहान के नाम से है। उन्होंने यह जमीन किराए पर ली है।
उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ माह पहले नगर निगम ने गार्डन के अवैध होने और तोड़ने के नोटिस जारी किए थे। इसके बाद से मामला न्यायालय में चल रहा है। बुधवार को निगम का अमला बिना कि सी सूचना के पहुंच गया और गार्डन को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी। हालांकि निगम अधिकारियों का कहना है कि गार्डन संचालक को तीन बार नोटिस दिया जा चुका है। इधर नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि होशंगाबाद रोड पर बनाए गए सभी अवैध मैरिज गार्डन जल्द ही हटाए जाएंगे।