भारत की पटरियों पर इन दिनों सैकड़ों मेमू ट्रेन दौड़ लगा रही हैं। मेमू ट्रेन का फुल फॉर्म - मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट ट्रेन (MEMU train full form - mainline electric multiple unit train) होता है। यह दो शहरों के बीच पैसेंजर ट्रेन की तुलना में कहीं ज्यादा तेजी से दौड़ लगाती है।
मेमू ट्रेन की सबसे खास बात क्या है
दरअसल इस ट्रेन के हर कोच में ट्रेक्शन मोटर लगी होती है, इस कारण यह तुरंत स्पीड पकड़ लेती है। साथ ही स्टॉप आते ही जल्द रुक भी जाती है। इससे समय की बचत हो जाती है। मेमू ट्रेन में 3 कोच एक साथ जुड़े रहते हैं। हर तीन कोच के बाद एक इंजन लगाया जाता है। इस कारण ट्रेन के अंतिम या शुरुआती स्टेशन पर खड़े होने के दौरान इंजिन बदलने या कोच काटने का काम नहीं करना पड़ता।
मेमू ट्रेन क्या होती है?
मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टी यूनिट (मेमू) बिजली से चलने वाली मेन लाइन ट्रेन है। जो कि ज्यादातर एक शहर को दूसरे शहर से जोड़ने का काम करती हैं। मुंबई की लोकल कही जानी वाली ट्रेनें मेमू ही हैं। इन ट्रेनों की रफ्तार पैसेंजर ट्रेन से ज्यादा होती है। यह ट्रेन मेट्रो शहरों के अलावा कई जगह सफल साबित हुई है। डेली अप डाउन करने वालों के लिए तो जैसे ही है लोकल ट्रांसपोर्ट देवता का आशीर्वाद साबित हुई है। इसको चलाने के लिए एसी करंट की जरूरत होती है।
मेमू और ईएमयू में क्या अंतर है? - memu train full form
MEMU- Mainline Electric Multiple Unit
DEMU- Diesel Electric Multiple Unit
EMU- Electric Multiple Unit
जब इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट में मैन लाइन से करंट लेकर दौड़ने वाला इंजन लगाया जाता है तो उसे MEMU कहा जाता है और जब डीजल से दौड़ने वाला इंजन लगाया जाता है तो उसे DEMU कहते हैं। इस प्रकार MEMU एक इंजन सहित पूरी ट्रेन है जबकि EMU बिना इंजन वाली ट्रेन है। जिसमें सिर्फ 3 बोगियां हैं।
मेमू ट्रेन में कितने कोच होते हैं?
ईएमयू/मेमू की एक बुनियादी इकाई में 1 (एक) मोटर कोच और 1 (एक) ट्रेलर कोच शामिल होंगे। वर्तमान में, भारतीय रेलवे पर ईएमयू ट्रेनें 9/12/15 कोच फॉर्मेशन में चल रही हैं जबकि मेमू ट्रेनें 12/16/20 कोच फॉर्मेशन में चल रही हैं।