भोपाल। पिछले दिनों हुई संविदा शाला शिक्षक वर्ग 5 की काउंसलिंग के बाद मैरिट सूची का प्रकाशन 25 मार्च को किया जाना था परंतु तीन बार इसकी तारीख बढ़ा दी गई। सवाल यह है कि आवेदकों से नियत समय पर उपस्थिति की शर्त रखने वाला प्रशासन खुद नियत समय पर मैरिज सूची का प्रकाशन क्यों नहीं कर रहा है। गडबड़झाला क्या है।
सनद रहे कि पिछले दिनों मध्यप्रदेश के लगभग 25 हजार आवेदकों ने संविदा शाला शिक्षक वर्ग 3 की काउंसलिंग में भाग लिया। बस अब एक गुड न्यूज के लिए वो लगातार इंतजार कर रहे हैं। 25 मार्च को घोषित होने वाली मैरिट सूची तय तारीख पर घोषित नहीं की गई। 8 अप्रैल नई तारीख घोषित की गई परंतु तब भी सूची का प्रकाशन नहीं हुआ। अब 22 अप्रैल एक और नई तारीख घोषित कर दी गई है।
सवाल यह उठता है कि काउंसलिंग में तय समय से 15 मिनट पहले उपस्थिति की शर्त रखने वाला प्रबंधन खुद तय तारीख पर सूची का प्रकाशन क्यों नहीं कर रहा। कहीं ऐसा तो नहीं कि कहीं कोई झोलझाल चल रहा हो।