उसने अपनी जीभ काटी और कालीमैया को समर्पित कर दी

shailendra gupta
अनूपपुर(राजेश शुक्ला)। जिले भर में नवरात्रि का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। लोग माता को मनाने के लिये तरह-तरह से पूजा अर्चना करते हैं। जैतहरी के वार्ड क्र. 2 में नवरात्री शुरू होते ही पुरूषोत्तम वर्मा पिता पूरन वर्मा उम्र 20 वर्ष ने अपने ही घर में काली माता के मंदिर में ब्लेड से अपनी जीभ को काट कर चढा दी।

पूरा घर खून से भर गया जब युवक ने अपनी जीभ चढाई उसके बाद से लगातार पूजा अर्चना का दौर चल रहा है और माना जा रहा है की दो तीन दिन के अंदर युवक की जीभ वापस आ जायेगी। जब इस संबंध में पंडा हेतराम वर्मा से पूछा तो उन्होंने बताया कि जब लोग अपनी कोई मन्नत मांगते है और जब मन्न्त पुरी हो जाती है तो अपनी जीभ चढाते है और कुछ दिनों में जीभ वापस आ जाती है जबकी डाक्टर इसे महज अंध विश्वास की संज्ञा देते हैं और इस पर कुछ कहा जाये तो लोग इसे धार्मिक आस्था पर ठेस पहुंचाने वाली बात मानते हैं।

वैसे इसे मानने वाले लोग यह कहते हैं कि हमारी ईश्वर के प्रति अटूट श्रद्धा और विश्वास है कि दान में दी हुई जीभ पुन: वापस आ जायेगी। और यह युवक फिर से उसी तरह हो जायेगा। माता सबका भला करती है।

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