भोपाल। ओलंपिक पदक विजेता नाबालिग सीता को घोषणा के बाद भी इनाम की राशि न देने वाली शिवराज सरकार पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तमतमाता तमाजा जड़ दिया है। सरकार ने सीता को 1 लाख रुपए देने की घोषणा की थी जो नहीं दिए, इसके विरुद्ध सिंधिया ने सीता को 5 लाख रुपए और मकान देने की घोषणा की है।
राजनीति की रपटीली राहों पर इस माध्यम से सिंधिया ने शिवराज सिंह को टंगड़ी अड़ा दी है। निकट आ रहे चुनावों में सीता, शिवराज सिंह चौहान की वादा खिलाफी का जीता जागता सबूत बन जाएगी और कांग्रेस की दरियादिली की ब्रांड एम्बेसडर।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने स्पेशल ओलंपिक पदक विजेता सीता को केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा 05 लाख रूपये और एक मकान देने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हर ढोंग और दावे की पोल अब खुलने लगी है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि खेल और खिलाडि़यों को बढ़ावा देने के मुख्यमंत्री के दावे विज्ञापनों और होर्डिंग्स तक सीमित हैं यह पोल स्पेशल ओलंपिक एथेंस में दो कांस्य पदक हासिल करने वाली सीता ने खोल दिया है। श्री सिंह ने कहा कि देश के बाहर के खिलाडि़यों के लिए शिवराज सिंह अब्दुल्ला जैंसे दीवाने हो जाते है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्पर्धाओं में प्रदेश के खिलाडि़यों को जीतने पर पुरूस्कृत करने की अपनी ही घोषणा को मुख्यमंत्री भूल जाते है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि खेलों का विकास और खिलाडि़यों को प्रोत्साहन देने की बात कितनी झूठी है और सिर्फ होर्डिंग्स तक सीमित है सीता ने गोल गप्पे बेंचकर यह बता दिया कि भाजपा सरकार कितनी ढोंगी है। उन्होंने कहा कि सीता अंतर्राष्ट्रीय मैदान एथेंस में तो पदक जीत जाती है लेकिन अपने ही प्रदेश में भाजपा सरकार से हारकर गोल गप्पे बेंचने को मजबूर हो जाती है।
श्री सिंह ने कहा कि समाचार माध्यमों ने अगर यह मामला न उठाया होता तो यह सरकार इसी खुशफहमी रहती कि वह खिलाडि़यों के मसीहा है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चैहान अब इन घटनाओं से एक ढोंगी मुख्यमंत्री की ख्याति अर्जित कर रहे हैं।