भोपाल। उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद के समीप प्रतापगढ़ में मध्य प्रदेश की फरजाना न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खा रही है। उसके पति ने उसे धोखा दिया है, वो इंसाफ मांग रही है, लेकिन पुलिस उसकी कोई मदद नहीं कर रही। अपने मासूम बच्चे के साथ वो लॉज में रुकी हुई है। स्थानीय वकील उसकी मदद कर रहे हैं।
उक्त युवती को कटरा का एक युवक धोखा देकर भाग आया था। उसके खिलाफ लंबे प्रयास के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। वह पुलिस को चकमा देकर न्यायालय में हाजिर हो गया। अब फरजाना आगे की कार्रवाई के लिए कभी एसपी आफिस का चक्कर लगाती है तो कभी महिला थाना जाकर लोगों से इंसाफ की भीख मांगती है। अभी तक उसका 164 का बयान भी पुलिस नहीं करा सकी है।
पीड़ित महिला मध्य प्रदेश से वहां जाकर लाज में अपने मासूम बच्चे के साथ रह रही है। उसकी मदद में कुछ लोग हैं, लेकिन सवाल यह है कि वे कब तक अपनी जेब से मदद करेंगे। फरजाना का कहना है कि धोखा देने वाले को वह कभी माफ नहीं करेगी। आरोपी व उसकी मदद करने वालों के खिलाफ वह उच्च न्यायालय जाएगी। उसने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही उसका बयान दर्ज नहीं हुआ और न्याय नहीं मिला तो वह अपनी जिंदगी को खत्म कर लेगी, जिसका जिम्मेदार महिला थाना होगा। उक्त महिला पहले भी डीएम की चौखट पर धरना देकर यह चेतावनी दे चुकी है। इसके बाद भी महिला पुलिस की बेरुखी कायम है।
फरजाना मामले को लेकर आंदोलन कर रहे अधिवक्ता मोर्चा के अध्यक्ष इंद्राकर मिश्रा महामंत्री इंद्रमणि शुक्ला के नेतृत्व में फरजाना बुधवार को एसपी से मिली व न्याय की फरियाद की। मोर्चे के पदाधिकारी साफ कहते हैं कि महिला पुलिस की कार्यप्रणाली इस मामले में शुरू से ही संदिग्ध रही है। लगता है वह आरोपी से प्रभावित है और उसकी मदद कर रही है। अगर इस मामले में स्थानीय स्तर पर न्याय न मिला तो यह लड़ाई आगे तक जाएगी।
बयान लेने की प्रक्रिया चल रही है। उसकी तिथि कोर्ट से तय होती है। रही बात मामले को रफादफा करने की तो ऐसा नहीं होने पाएगा। पीड़ित को पूरी मदद मिलेगी और न्याय भी। इस मामले को मैं खुद मानीटर कर रहा हूं। जांच निष्पक्ष होगी।
आशाराम यादव,
अपर पुलिस अधीक्षक