छिंदवाड़ा। उत्कृष्ट विद्यालय छिंदवाड़ा में कक्षा 10वीं एवं 12वीं के मूल्यांकन केन्द्र में आज उस समय विवाद की स्थिति निर्मित हो गई जब कर्तव्यनिष्ठ अध्यापकों को हड़ताली कर्मचारी संघ के पदाधिकारी ने मूल्यांकन कार्य से रोकने का असफल प्रयास किया मूल्यांकन कार्य को बाधित करने के लिये उत्कृष्ट विघालय के गेट पर ताला लगाकर अध्यापकों को रोकने लगे।
चूंकि अध्यापक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी ने अध्यापक संवर्ग को हड़ताल में शामिल होने का कोई निर्देश नहीं दिया था। अतः अध्यापकों ने विधिवत मूल्यांकन हेतु उत्कृष्ट विद्यालय में प्रवेश किया जिसका कर्मचारी संघ के दबंगों ने विरोध किया। घटना के विरोध में लगभग 300 अध्यापक कलेक्ट्रेट परिसर पहुचें। कलेक्टर छिंदवाड़ा की दखल के बाद तहसीलदार की उपस्थिति में एवं सुरक्षा कर्मियों की निगरानी में मूल्यांकन कार्य दो घण्टे विलम्ब से प्रारंभ हुआ।
सनद रहे इसके पूर्व अध्यापकों की 24 दिनों तक चली हड़ताल में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना सामने नही आयी एवं 24 दिनों तक अध्यापक संवर्ग ने धैर्य एवं शालीनता का परिचय दिया था परन्तु कर्मचारी संघ के पदाधिकारी दंभ के मद में चूर होकर अध्यापकों पर रौब झाड़ते हुये उन्हें अपने आन्दोलन में शामिल होने के लिये विवश कर रहे थे जिसका अध्यापकों ने विनम्रता पूर्वक विरोध किया तो हडताली कर्मचारी के नेतागण दादागिरी पर उतर आये।
गौरतलब है कि हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी परीक्षा का 90 प्रतिशत मूल्यांकन अध्यापकों के द्वारा सम्पन्न होता है। घटना के दौरान छिंदवाड़ा जिले के 300 अध्यापक मौजूद थे आम अध्यापक प्रकोष्ठ के अनिल नेमा अनुराग मिश्रा,संजय सिंहा, अरविंद भट्ट, अरूण भादे, मनीष पिल्ले, राकेश डेहरिया, धीरेन्द्र दुबे, संजय महोड़, राघवेन्द्र वसूले,पराग मिश्रा, संतोष गोदेवार, देवकांत भगने ने इस घटना की तीव्र भत्र्सना की है।