भोपाल। 12 अप्रैल भी गुजर गई लेकिन नीमच में अपने वेतन का इंतजार कर रहे अध्यापकों को अभी तक धेला भी नहीं मिला। बताया जा रहा है कि बजट का अभाव है। अब सवाल यह खड़ा होने लगा है कि यदि बजट का अभाव है तो अधिकारियों का वेतन 2 अप्रैल को जारी क्यों किया गया।
भोपालसमाचार.कॉम को मिले एक ईमेल में बताया गया है कि नीमच मप्र जिला अन्तर्गत कार्यरत् समस्त अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों को आज दिनांक 12 अप्रैल 2013 तक माह मार्च 2013 का भुगतान बजट के अभाव में नहीं हुआ है।
माननीय महोदय वेतन उच्च अधिकारियों को 02 अप्रैल 2013 को माह मार्च 2013 को भुगतान हो गया किंतु निम्न श्रेणी के कर्मचारियों को आज 12 अप्रैल 2013 तक भुगतान नहीं होने से कितनी आर्थिक परेशानी होती है।
माननीय महोदय क्या अध्यापक संवर्ग को वेतन की आवष्यकता नहीं होती ? क्या उच्च अधिकारियों को ही वेतन की आवष्यकता होती है जो उनके लिए शून्य बजट में वेतन की व्यवस्था की गई है ? क्या अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों के परिवार नहीं है ?
माननीय महोदय उपरोक्त परेशानियों पर गौर कर तत्काल अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों को माह मार्च 2013 का भुगतान करवाने का कष्ट करें ताकि छोटे कर्मचारी भी अपने परिवार का पालन पोषण कर सके।
विषय बिल्कुल सही है, समान भाव होना चाहिए और यदि बजट की समस्या है तो सबसे पहले विभाग के मुखिया को इस बजट की समस्या से प्रभावित होना चाहिए और यदि ऐसा नहीं होता तो सरकार को यह कतई हक नहीं मिलता कि वो अध्यापक संवर्ग जैसे कर्मचारियों के वेतन को रोके या देरी से वितरित करे।