भोपाल। स्वास्थ्य मंत्रालय की कमान संभालने के बाद पूरे मध्यप्रदेश में चर्चित हुए मंत्री अजय विश्नाई के इलाके के तीन हजार से ज्यादा किसानों ने सरकार की ओर से मिले मुआवजे के चैक लौटा दिए हैं। किसानों का कहना है कि जो मिला है वो मुआवजा नहीं, भीख है और हम भीख नहीं लेंगे। यहां 8 एकड़ की फसल के लिए 160 रुपए दिए गए।
इस मामले के प्रकाश मे ही नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शिवराज सरकार पर हमला बोल दिया। उन्होंने ओला-पाला प्रभावित किसानों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आधे-अधूरे सर्वे के बाद जिस तरह यह सरकार मुआवजा बांट रही है उससे ऐसा लग रहा है जैंसे कि वह किसानों को भीख दे रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के एक मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में 8 एकड़ के किसान को मात्र 160 रूपये मुआवजा दिया गया जिससे रूष्ट होकर गांव के तीन हजार से अधिक किसानों ने 40 लाख रूपये के चेक सरकार को वापस कर दिए।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि ओला-पाला के बाद मुख्यमंत्री दौड़-दौड़कर प्रदेश का दौरा कर किसानों को झूठी राहत देते रहे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 15 हजार रूपये हेक्टेयर ओला और पाले से क्षतिग्रस्त फसलों को मुआवजा देने की घोषणा की थी लेकिन मझौली पाटन विधानसभा जो मंत्री अजय विश्नोई का क्षेत्र है, यहां के तीन हजार किसानों ने मुआवजा लेने से इंकार कर दिया क्योंकि यह मुआवजा मुख्यमंत्री की घोषणा के विपरीत है।
श्री सिंह ने कहा कि सभी किसानों ने 40 लाख के चेक लेने से मना कर अपना अधिकार मांगा है। नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि ग्राम गौरहा के आठ एकड़ जमीन के किसान चन्द्रभान पटेल को मात्र 160 रूपये का चेक मिला है। इसी तरह कई किसानों को भीख जैंसा मुअवजा देकर सरकार उनका अपमान कर रही है।
श्री सिंह ने कहा कि ओला-पाला पर विधानसभा में हुई चर्चा में इस सरकार ने जो चिंता किसानों के प्रति दिखलाई थी जमीन पर उसका क्रियान्वयन ठीक उसके विपरीत है। उन्होंने कहा कि सर्वें ठीक ढंग से नहीं हुए।
उस समय सरकार को चेताया था कि पद, कद और प्रभाव को देखकर सर्वे और मुआवजा वितरण न हो जैंसा पिछले साल हुआ था लेकिन यह सरकार सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है। इस बार फिर असली किसान अपनी नष्ट फसल का मुआवजा पाने से वंचित है और जिन्हें मिल रहा है वह किसी भीख से कम नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में ओला-पाला प्रभावित किसानों के साथ यह सरकार ऐसा ही बर्ताव कर रही है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चैहान के किसान हितैषी होने के ढोंग की पोल गोराहा के किसानों ने खोल दी है।