बालक के साथ अपहरण के बाद दुष्कृत्य, फिर हत्या कर शव नदी में फेंका!

shailendra gupta
श्योपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र से रहस्यमय तरीके से लापता हुए बालक का सीप नदी में शव मिला है। बालक दो दिन से लापता था। बालक के परिजनेां का कहना है कि उसका अपहरण कर दुष्कृत्य किया गया। इसके बाद हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया गया है।

शुक्रवार को पीएम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों के हवाले कर दिया, लेकिन पुलिस की कार्रवाई से नाराज परिजनों और लोगों ने यहां बखेड़ा खड़ा कर दिया। बालक के शव को ट्रैक्टर-ट्रोली में रखकर शिवपुरी-पाली हाईवे स्थित जय स्तंभ चौक पर जाम लगा दिया गया। पुलिस के आश्वासन के बाद नाराज लोगों ने एक घंटे बाद जाम खोला।


मालूम हो कि मठेपुरा निवासी मोलेश गुर्जर का 7 वर्षीय बालक भूपेन्द्र गुर्जर बुधवार की सुबह अचानक लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद भी बालक का पता नहीं चलने पर परिजनों द्वारा इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई गई। इसी बीच गुरुवार की रात सवा आठ बजे के आसपास मठेपुरा गांव के समीप से गुजरी सीप नदी में बालक भूपेन्द्र गुर्जर की लाश तैरती हुई मिली। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को नदी से निकालकर उसे पीएम के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां शुक्रवार की सुबह चिकित्सकों की एक टीम द्वारा पुलिस की मौजदूगी में बालक का पीएम किया गया। वहीं पुलिस ने मर्ग दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरु कर दी।

शव वाहन से निकाल ली बॉडी

पुलिस ने अस्पताल में पोस्टमार्टम होने के बाद डेड बॉडी को नगरपालिका के शव वाहन में रखकर मठेपुरा पहुंचाना चाहा, लेकिन यहां मौजूद परिजनों और लोगों ने बालक के शव को वाहन से निकालकर ट्रैक्टर-ट्रोली में रख लिया। यह लोग शव को लेकर पाली रोड के रास्ते जयस्तंभ चौक पर पहुंच गए। यहां बालक के शव को ट्रैक्टर-ट्रोली में रखकर इन लोगों ने काफी बवाल काटा।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

शिवपुरी-पाली हाईवे स्थित जयस्तंभ चौक पर चक्काजाम कर रहे परिजनों ने आरोप लगाया कि बालक के गायब होने के बाद से ही पुलिस ने मामले में घोर लापरवाही का परिचय दिया है। परिजनों का कहना था कि बालक का गांव के इंसाफ खान नामक युवक ने अपहरण किया था। समय रहते पुलिस सूचना देने के बाद भी बालक का सुराग नहीं लगा पाई और युवक ने बालक का दुष्कृत्य करने के बाद उसकी हत्या कर दी। जाम लगा रहे लोगों ने आरोपी के खिलाफ अपहरण, दुष्कृत्य और हत्या का मामला दर्ज कर फास्टटे्रक कोर्ट में मुकदमा चलाने की पुलिस प्रशासन से मांग की।

एसडीओपी ने संभाला मोर्चा

बालक की मौत के बाद नाराज परिजन और लोगों द्वारा आंदोलन करने की रणनीति अस्पताल में ही बना ली गई थी। यही कारण है कि  एसडीओपी अशोक सिंह भदौरिया लाव-लश्कर के साथ अस्पताल में पहुंच गए। यहां एसडीओपी ने टीआई वीएस कुशवाह के साथ लोगों से चर्चा भी की, लेकिन लोगों का गुस्सा बरकरार है। अस्पताल से शव निकलने के दौरान जाम लगा रहे लोगों को भी पुलिस ने काफी समझाया-बुझाया। तकरीबन एक घंटे बाद एएसपी संजय सिंह और एसडीओपी ने भीड़ को मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद लोगों ने जाम को खोला।

पीएम रिपोर्ट का इंतजार है...

बालक के लापता होने के बाद से ही पुलिस गंभीरता से इंवेस्टीगेशन कर रहे है। यह कहना गलत है कि पुलिस ने लापरवाही का परिचय  दिया है। हमे बालक की पीएम रिपोर्ट का इंतजार है। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक ही मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी। जिस युवक पर परिजनों ने आरोप लगाए हैं, उसे पुलिस ने पूछताछ के लिए कस्टडी में लिया है।
अशोक सिंह भदौरिया
एसडीओपी, श्योपुर

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