भोपाल। संविलियन एवं 6वां वेतनमान की छटपटाहट में मध्यप्रदेश के संविदा शिक्षक एवं अध्यापक अपने नेतृत्व से संतुष्ट भी नहीं हैं और विद्रोह भी नहीं कर पा रहे है। अध्यापक संगठनों के बीच राजनीति इतनी तेज है कि आंदोलन अपनी ही दिशा भटक चुका है। नेता अपनी पकड़ बनाए रखने में जुटे हुए हैं।
इसका जीवंत उदाहरण आज उस समय देखने को मिला जब 7 अप्रैल को संयुक्त मोर्चा के प्रांताध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार को खुलेखत के जरिए खरीखोटी सुनाने वाले 'आम अध्यापक' ने आज यू टर्न लेते हुए पाटीदार को अब तक मिली सफलताओं का क्रेडिट देते हुए अपना नेता घोषित किया।
हम यहां एक बार फिर भोपालसमाचार.कॉम को भेजे 'आम अध्यापक' के मेल को शब्दश: प्रकाशित कर रहे हैं, परंतु यदि आपने इस विषय पर प्रकाशित पुरानी दहाड़ को नहीं पढ़ा है तो कृपया पहले यहां क्लिक कर उसे पढ़ें, फिर नीचे प्रकाशित घोषणा को :—
मित्रों,
सादर नमन ।
कल आम अध्यापक की कलम से मैनें एक पोस्ट फेसबुक पर लगाया था। मित्रों आम अध्यापक वह समूह है जो पिछले 17 वर्षो से शोषित है, शैक्षणिक कार्य करने के बावजूद समाज में उपेक्षित है। अमरवाड़ा, छिन्दवाड़ा, सिवनी, नरसिहपुर के लगभग 1600 अध्यापक साथी आम अध्यापक के सदस्य है।
आम अध्यापक की सम्पूर्ण आस्था,विश्वास और सहयोग मुरलीधर पाटीदार के नेतृव्व एवं हम सभी सक्रिय सदस्यों के सहयोग से बने राज्य अध्यापक संद्य में है। पिछले एक माह से पाटीदार जी के नेतृव्व में राज्य अध्यापक संध ने न केवल मध्यप्रदेश वरन् सम्पूर्ण भारत में ऐतिहासिक आन्दोलन किया है। इसका सम्पूर्ण श्रेय पाटीदार जी के साथ राज्य अध्यापक संघ के समस्त सक्रिय सदस्यों को जाता है।
पहली बार किसी आन्दोलन में सरकार बैकफुट पर आई है, हमारे प्रदेश के सभी जिलों के अध्यापकों ने अपने भविष्य से बेखवर आन्दोलन में तन,मन,धन से सहयोग दिया है,कभी छिन्दवाड़ा मैं हमने शिवराज जी को हमने घेरा, तो कभी रतलाम, मंदसौर में, सिवनी में राज्य शिक्षामंत्री को जब अध्यापकों ने घेरा तो मंत्री महोदय सवाल का जबाब न दे सके, हड़ताल के दौरान सरकार के मंत्री भयभीत थे,की उनके कार्यक्रम में अध्यापकों का काफिला न आ जाये, कंही अध्यापकों को डी.ओ कार्यालय में बंद कर दिया गया तो कही ..........अभूतपूर्व आन्दोलन
परन्तु आम अध्यापक सफल हड़ताल का असफल परिणाम नहीं चाहता इस कारण हम छिन्दवाड़ा,नरसिंहपुर,सिवनी के आम अध्यापकों ने मिलकर एक सम्भवित कार्यक्रम बनाया था। जिसे मैनें कल फेसबुक पर पोस्ट किया आम अध्यापक ये जानना चाहता था कि कितने लोग फिर से आन्दोलन,के पक्ष में है,और कितने नहीं। आम अध्यापक के पास फैसबुक, फोन,एवं व्यक्तिगत सम्पर्क से 2000 अध्यापकों का जो आंकडे आया है उसके अनुसार अभी 20 अप्रैल तक मुरलीधर पाटीदार के नैतृव्व में ही आन्दोलन को अंजाम दिया जावेगा एवं राज्य अध्यापक संद्य व सयुक्त मोर्चा के इस आन्दोलन को मुरलीधर पाटीदार के नैतृव्व में ही अंजाम (शिक्षा विभाग में संविलयन) तक पहुंचाया जावेगा।
मेरा या आम अध्यापक का उदेश्य नेतागिरी करना या वाह-वाही लूटना नहीं है ,फैसबुक पर मेरी सतत कोशिश ये है कि आन्दोलन की आग तब तक जलती रहे,जब तक हम आन्दोलन को अंजाम तक न पहुंच दें । धन्यवाद ।
अनिल नेमा
आम अध्यापक