भोपाल। तीन साल की बच्ची के दिल का इलाज किया, लेकिन इस दौरान डॉक्टरों द्वारा बरती गई लापरवाही ने मासूम की आंखों की रोशनी छीन ली और अब डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन बच्ची के मां-बाप को सही जवाब देने या मदद करने की बजाय दुत्कार रहा है।
कालापीपल मंडी निवासी जमना प्रसाद और उनकी पत्नी सोनू राठौर ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बुधवार को यह चिरायु अस्पताल के डॉक्टरों और प्रबंधन पर यह आरोप लगाया है। उन्होंने अदालत जाने की चेतावनी भी दी है। जमना प्रसाद और उनकी पत्नी सोनू राठौर ने बताया कि उनकी तीन साल की बेटी साधना के दिल के इलाज के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना से 65 हजार रुपए की राशि मंजूर हुई थी।
उन्होंने बेटी को चिरायु अस्पताल में 12 फरवरी-12 को भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने उसका आपरेशन 14 फरवरी-12 को किया था। जब उनकी बेटी को उनके सामने लाया गया, तो वह ऐसा बर्ताव कर रही थी, जैसे उसे दिखाई नहीं दे रहा हो। जब हमने डॉक्टरों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उसकी रोशनी चली गई है, लेकिन कुछ दिनों में सब ठीक हो जाएगा। ऐसा कहते हुए वे कुछ दिन तक तो टालमटोल करते रहे और बाद में हमें दुत्कार कर भगा रहे हैं।