भोपाल। एक नाबालिग छात्रा को 20 दिनों तक बंधक बना रेप करने का मामला प्रकाश में आया है। गौरतलब यह भी है कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कराने गए नाबालिग के पिता की ही पिटाई लगा डाली और बाद में कहा 70 हजार में राजीनामा कर लो।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद कांतिलाल भूरिया ने बताया कि रायसेन जिले की बेगमगंज तहसील के ग्राम पडरिया राजाधार में हाल फिलहाल अपनी ननिहाल में रहकर पढ़ रही 16 वर्षीय नाबालिग लड़की जब विगत 3 अप्रैल को स्कूल से परीक्षा देकर घर लौट रही थी तब इसी जिले के ग्राम भैंसा निवासी वीरू विष्वकर्मा, अन्नू ठाकुर, अभयसिंह ठाकुर, अर्जुन विष्वकर्मा तथा चंदू यादव नामक पांच दुस्साहसी युवकों ने घात लगाकर लड़की का अपहरण कर लिया और जीप में डालकर उसको अज्ञात स्थान पर ले जाकर लगातार बेहोशी की हालत में 23 अप्रैल तक उसको अपने नाजायज कब्जे में रखा।
लड़की का कहना है कि इन पांचों युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म भी किया। पीडि़ता को 23 अप्रैल को पुलिस ने भोपाल के अशोका गार्डन स्थित एक मकान से बरामद कर अगले दिन 24 अप्रैल को परिवार वालों को सौंपा है। लड़की अभी भी दहशत में है।
भूरिया ने बताया कि नाबालिग के पिता ने सुल्तानगंज थाने के कई चक्कर काटे, किंतु घटना की विधिवत रिपोर्ट दर्ज करने के लिए उससे 10 हजार रूपये की मांग की गई, जो वह न दे सका। नतीजन पुलिस वालों ने पीडि़ता और उसके पिता के साथ मारपीट भी की और घटना की रिपोर्ट नहीं लिखी। बताया जाता है कि आरोपी बहुत रसूखदार परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। पीडि़ता के पिता का कहना है कि सुल्तानगंज के थानेदार ओ.पी.सिंह एवं अन्य पुलिस कर्मियों ने 70 हजार रूपये में समझौता करने के लिये उस पर भी भारी दबाव बनाया था।
श्री भूरिया ने कहा कि पीडि़ता नाबालिग लड़की रायसेन जिले के ग्राम भैंसा की निवासी है। स्कूल रिकार्ड के अनुसार उसकी जन्मतिथि एक अप्रैल 1997 है। इस हिसाब से घटना के समय उसकी उम्र 16 वर्ष होने से वह नाबालिग है। पुलिस ने जो कच्ची रिपोर्ट लिखी है, उसमें लड़की के पिता के मना करने के बावजूद लड़की की उम्र 18 वर्ष लिख ली है।
पुलिस ने अभी तक एक ही व्यक्ति को हिरासत में लिया है। लड़की का मेडिकल तो कराया गया है, किंतु मेडिकल के नतीजे को दबाया जा रहा है। लड़की के परिजनों को यह भी नहीं बताया गया है कि भोपाल के अषोका गार्डन के जिस मकान से लड़की बरामद हुई है-वह किसका है और लड़की वहां कैसे पहुंची । आपने कहा है कि इन बातों से यह आषंका पुख्ता होती है कि पुलिस आरोपियों के साथ सांठगांठ करके नाबालिग के अपहरण और लगातार कई दिन तक बलात्कार की गंभीर घटना को रफा-दफा करने की फिराक में है।
सांसद ने कहा है कि पीडि़ता का पिता आरोपियों की गिरफ्तारी, परिवार को सुरक्षा प्रदान करने, परिवार की आर्थिक सहायता तथा दुष्कर्म पीडि़ता को न्याय दिलाने के संबंध में पुलिस अधीक्षक, रायसेन के पास भी गुहार लगा चुका है, लेकिन कहीं से उसको आषाजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली। उसने षिकायत की है कि आरोपियों के परिजनों ने ग्राम भैंसा में उसके परिवार के लोगांे के साथ मारपीट की, रात में घर में आग लगा दी तथा जान से मारने की धमकी देकर गांव से भगा दिया है।
नतीजन पीडि़ता के परिवार के लोग यहां-वहां भटकते घूम रहे हैं और ग्राम भैंसा लौटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। श्री भूरिया ने घटना की विधिवत रिपोर्ट दर्ज करने, अपहरण और बलात्कार के सभी आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी, पीडि़त परिवार को समुचित सुरक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा गंभीर प्रकरण को दबाने के लिए दबाव बनाने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।