भोपाल। बुरहानपुर जिले में अध्यापको की आज तक पदोन्नति नहीं की गई और ना ही क्रमोन्नति का लाभ दिया जा रहा है जबकि मध्यप्रदेश शासन ने 12 वर्ष पूर्ण करने वाले अध्यापको को जुलाई 2010 में ही लाभ देने का आदेश दिया था।
क्रमोन्नति का लाभ नहीं मिलने से आर्थिक एवं मानसिक नुकसान हो रहा है। जबकि अन्य जिलो में क्रमोन्नति का लाभ दिया गया है। जिला पंचायत में 7 वर्ष पूर्ण कर चुके अध्यापकों को उचित योग्यता होने पर पदौन्नति दी जाना थी परन्तु 15 वर्ष पूर्ण होने पर भी पदौन्नति नहीं की जा रही है।
उच्च अधिकारियो से कई बार इस बारे में संपर्क किया परन्तु संतोष जनक उत्तर नहीं मिला जिससे अध्यापको में भारी आक्रोश है। पदौन्नति नहीं होने से हर माह 500 से 600 रूपये तक नुकसान हो रहा है जबकि नगर पालिका बुरहानपुर में ही 4 वर्ष पूर्व पदौन्नति की कार्यवाही हो चुकी है जिला पंचायत सीईओ एवं डीईओ द्वारा शिक्षा मंत्री के गृह जिले में जान बूझ कर शायद ऐसा किया जा रहा है।
राज्य अध्यापक संघ जिला बुरहानपुर के जिला अध्यक्ष नन्द किशोर धांडे ने कई बार लिखित शिकायत भी की परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई। अध्यापक वर्ग आर्थिक एवं मानसिक नुकसान से त्रस्त हो गया है। एक ओर मुख्यमंत्री अधिक से अधिक लाभ देने की बात करते है वहीं प्रशासनिक अमला आर्थिक एवं मानसिक नुकसान कर शासन के प्रति आक्रोश की भावना उत्पन्न कर रहा है।
अंत में अध्यक्ष नन्द किशोर धांडे ने एक सप्ताह का समय देकर ज्ञापन कलेक्टर को दिया है अन्यथा उग्र आन्दोलन किया जावेगा।