सागर। ‘मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल एयरपोर्ट पर उतरते ही घोषणाएं भूल जाते हैं। इसलिए उन्हें घोषणा वीर मुख्यमंत्री कहा जाता है। प्रदेश के मंत्री करोड़ों रुपए खा-खाकर गब्बर हो रहे हैं। पिछले 9 साल के राज में भाजपा सरकार का एक ही काम रहा है-रामनाम जपना, पराया माल अपना।’
यह बात ‘परिवर्तन यात्रा’ पर निकले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने यहां गुरुवार देर रात आमसभा को संबोधित करते हुए कही। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे। श्री भूरिया ने कहा कि जब प्रदेश में हमारी सरकार थी, तब हमने सीधे बिजली लाइन से लंगर डालकर बिजली चोरी करने वालों को नजर अंदाज किया, लेकिन भाजपा सरकार आते ही पहले एक बत्ती कनेक्शन खत्म कराए गए और अब लाखों के बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। यह प्राइवेट लिमिटेड कंपनी भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्रा का उद्देश्य इस लुटेरी सरकार से मुक्ति दिलाना है।
निजीकरण पर विधानसभा में क्यों चुप रहे विधायक
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने एस्सेल पावर को भाजपा के कोषाध्यक्ष सुभाष गोयल की कंपनी बताते हुए कहा कि सागर में बिजली व्यवस्था के निजीकरण का मामला जब विधानसभा में आया, तब क्षेत्र के भाजपा विधायक चुप रहे। अब विरोध को ढोंग कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि अपनी व अपने विधायक की लोकप्रियता देखनी है तो विधानसभा के पहले सागर में महापौर के चुनाव कराकर देख लें। उन्होंने कहा कि गुटखा पर प्रतिबंध लगाकर सरकार उसे ‘ब्लैक’ में बिकवा रही है और इससे मिलने वाली कमीशन की रकम साधना भाभी के यहां गिनती के लिए जाती है। उन्होंने कहा कि दीपाली होटल में होने वाले सरकारी आयोजनों का तीन बार भुगताना कराया जाता है।
दोनों नेताओं की जुबान लडख़ड़ाई
संबोधन के दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष की जुबान कई बार लडख़ड़ार्ई। श्री भूरिया ने हीरासिंह राजपूत को पहले हीरासिंह मरकाम कहा और फिर सही नाम लिया। दोनों ही वरिष्ठ नेताओं ने मंच पर बैठे कांग्रेस नेताओं की तरफ मुड़कर कहा कि इतनी संख्या में हमारे पास काबिल नेता हैं फिर क्यों ‘20 साल’ से यहां हम हारते आ रहे हैं? पूर्व मंत्री प्रकाश जैन ने संबोधन के पहले जैसे ही नेताओं का अभिवादन शुरू किया, तभी एक कार्यकर्ता ने तेज आवाज में कहा कि कार्यकर्ताओं का भी सम्मान करो। नेताओं के स्वागत के लिए मंच से 100 से \'यादा नाम पढ़े गए। सभा को विधायक गोविंद सिंह राजपूत, रेखा चौधरी, हीरासिंह राजपूत, स्वदेश जैन, नीरज मुखारया, संतोष पांडे, चक्रेश सिंघई आदि ने संबोधित किया। नेताओं ने एस्सेल कंपनी को भगाने के लिए मुख्यमंत्री निवास पर धरना देने की बात कही। सभा में सागर प्रभारी मनीषा दुबे, प्रेमनारायण मिश्रा, उत्तमचंद खटीक, ब्रज किशोर रुसिया, सुनील जैन, माधवी चौधरी, सुरेंद्र सुहाने, वीरेंद्र गौर, संदीप सबलोक, अशोक श्रीवास्तव, अन्नी दुबे, नेवी जैन, राजाराम सरवैया, सुरेंद्र चौबे, मनोज सोनी, गोल्डी केशरवानी, इंदू चौधरी, सिद्दीकी राइन सहित सभी स्थानीय नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।
सुरेंद्र चौधरी की शिकायत
मंडी चुनाव में भाजपा समर्थित उम्मीदवार को वोट देने का आरोप लगाते हुए कुछ स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने कांतिलाल भूरिया को ज्ञापन सौंपकर पूर्व मंत्री व पार्टी के अजा विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी को निष्कासित करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में पीसीसी के पूर्व सचिव विक्रम चौधरी, महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष शारदा खटीक, राजेश चौधरी आदि शामिल हैं।