भोपाल। राजस्थान में इन दिनों मध्यप्रदेश का विकास और मध्यप्रदेश का भ्रष्टाचार दोनों ही चर्चा का प्रमुख विषय बने हुए हैं। दरअसल वहां राजनैतिक घमासान सड़कों पर है। वसुंधरा की रैलियों के बाद अब कांग्रेस की संदेश यात्रा चल रही है और भाषणों पर एक बिन्दु मध्यप्रदेश भी लगातार बना हुआ है।
विधानसभा चुनाव के लिए वोट बटोरने का खेल राजस्थान में जोरों पर है। अप्रैल माह में चुनावी अभियान के दौरान भाजपा नेता वसुंधरा राजे सिंधिया के साथ शिवराज सिंह चौहान भी राजस्थान की जनता से भाजपा के लिए वोट मांगने गए थे।
अपनी सभाओं के दौरान शिवराज सिंह चौहान राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच एक तुलनात्मक अध्ययन चार्ट पेश कर आए, बस फिर क्या था वसुंधरा राजे सिंधिया को एक अच्छा मौका मिल गया।
उन्होंने अपनी हर सभा में कहा कि भाजपा शासित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विकास की गंगा बह रही है जबकि राजस्थान में सूखा पड़ा हुआ है। उन्होंने मध्यप्रदेश में हुए विकास कार्यों को कई सभाओं में बिन्दुवार गिनाया।
अब बारी कांग्रेस की है। अपनी संदेश यात्रा लेकर निकले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इन दिनों एक एक बिन्दु के विरुद्ध मध्यप्रदेश की खामियां जनता को गिना रहे हैं और बता रहे हैं कि किन किन मामलों में राजस्थान, मध्यप्रदेश से ज्यादा बेहतर है।
कुल मिलाकर राजस्थान में इन दिनों अपना मध्यप्रदेश चर्चा का प्रमुख विषय बन गया है और मध्यप्रदेश का विकास या भ्रष्टाचार चुनावी मुद्दा भी।