भोपाल। शिवराज सिंह चौहान के मैनेजर्स को ब्रांड शिवराज के चमकते दमकते रहने की खासी चिंता है इसी चिंता के चलते मध्यप्रदेश में वो सीएम की वो यात्रा अभी तक शुरू नहीं हो पाई जिसकी योजना नईदिल्ली मुख्यालय से आई थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की रथ यात्रा को लेकर भाजपा का प्रदेश संगठन दुविधा में पड़ गया है। शिवराज के मैनेजर्स का कहना है कि ताजा सर्वे को आधार बनाकर जिन पांच दर्जन विधायकों के टिकट काटने का मन बनाया जा रहा है, वे यदि रथयात्रा में शिवराज सिंह के साथ नजर आएंगे तो इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है क्योंकि रथयात्रा प्रारंभ होने के बाद फिर किसी भी विधायक को यात्रा में शामिल होने से रोक पाना संभव नहीं होगा। इसी कशमकश के कारण शिवराज सिंह की यात्रा का कार्यक्रम तय नहीं हो पा रहा है।
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि लालकृष्ण आडवाणी की तर्ज पर हाईकमान ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लिए रथयात्रा का खाका तैयार किया था। इसी कड़ी में राजस्थान में वसुंधरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा शुरू हो चुकी है जबकि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में विजय यात्रा शुरू करने की तैयारी कर ली है। इसी तरह शिवराज सिंह चौहान को मप्र में यात्रा प्रारंभ करनी है, जिसमें विलंब हो रहा है।
शिवराज सिंह की रथयात्रा से पहले ही कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा शुरू हो गई है। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह विधानसभा क्षेत्रों में जाकर पार्टी की जमीनी हकीकत का आकलन कर रहे हैं। दरअसल,कांग्रेस इस बार भाजपा के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी को भुनाने का कोई भी मौका नहीं छोडऩा चाहती। सूत्रों का कहना है कि यात्रा के दौरान कांग्रेस के बड़े नेता संभावित उम्मीदवारों के बारे में भी जानकारी जुटा रहे हैं।