नई दिल्ली। मूलत: जबलपुर मध्यप्रदेश के निवासी आध्यात्मिक गुरु और दार्शनिक ओशो का अपनी मौत के दो दशकों बाद भी विवादों से नाता खत्म नहीं हुआ है। ओशो (के साथ लंबे समय तक रहीं उनकी पूर्व सचिव मां आनंद शीला ने ओशो पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आनंद शीला ने अपनी किताब 'डोंट किल हिम' में बताया है कि ओशो ने किस तरह से अपनी अटेंडेंट क्रिस्टीन वूल्फ के साथ लंबे समय तक जिस्मानी रिश्ते बनाए थे।
शीला के मुताबिक क्रिस्टीन ब्रिटिश नागरिक थी, जिसे ओशो ने 'विवेक' नाम दिया था। शीला की किताब के मुताबिक, 'जब विवेक ओशो से गर्भवती हो गई तो ओशो ने विवेक का गर्भपात करवा दिया और उसकी नसबंदी करवा दी थी। ओशो को सबक सिखाने के लिए विवेक बच्चे को जन्म देना चाहती थी। जब ओशो ने पुणे में अपने आश्रम की स्थापना की तो वहां गर्भपात और नसबंदी को खुला बढ़ावा दिया क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि उनकी सीमित जमीन पर अनगिनत बच्चे जन्म लें। ओशो का इस बात पर कितना जोर था, इसका पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने आश्रम के सभी अहम पदाधिकारियों को नसबंदी करवाने की हिदायत दी थी।' आनंद शीला ने एक इंटरव्यू में माना है कि कई बार ओशो एक दिन में ही अपने आश्रम की तीन अलग-अलग संन्यासिनों के साथ सेक्स करते थे।