भोपाल। मध्यप्रदेश के शिक्षा विभाग में भी जो ना हो पाए वही कम है। यहां बेरोजगार लाइन में लगे हैं। योग्य कर्मचारियों को पद नहीं मिल रहे और एमपीएस यादव को एक साथ तीन तीन स्कूलों के प्राचार्य का प्रभार मिला हुआ है। इतना ही नहीं जनाब खुलेआम समाजवादी पार्टी का प्रचार भी कर रहे हैं।
मामला शिवपुरी जिले की करैरा तहसील का है। मूलत: शासकीय हाईस्कूल सिरसौद में प्राचार्य पद पर पदस्थ एमपीएस यादव ने पिछले दिनों जुगाड़ करके उत्कृष्ठता विद्यालय करैरा के आहरण के अधिकार के साथ साथ सभी स्थानीय मदों पर भी अपना कब्जा कर लिया है। जबकि उक्त अधिकार प्रभारी प्राचार्य का है। प्राचार्य का प्रभार भी हासिल कर लिया। टारगेट था एक्सीलेंस स्कूल का बजट। प्रभार हाथ में आते ही तमाम नियमों को फाइल में बंद कर यादव साहब ने अंधाधुंध गोलमाल शुरू कर डाले।
तीसरे स्कूल पर भी जमा लिया कब्जा
इतना ही नहीं इसी बीच भौंती हायर सेकेण्ड्री स्कूल का प्राचार्य पद खाली होते ही वहां के आहरण का अधिकार भी श्री यादव ही ले आए और यहां भी शुरू हो गया गोलमाल। कुल मिलाकर शिवपुरी जिले की करैरा तहसील में हाईस्कूल और हायर सेकेण्ड्री स्कूलों में जहां जहां प्राचार्य पद खाली होते जा रहे हैं, यादव आहरण के अधिकार पर कब्जा करते चले जा रहे हैं।
अनुदानित स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति्
नियमों को बदलते हुए करैरा के इन स्कूलों में पूरी की पूरी सरकार ही यादव बन गए हैं। आश्चर्यजनक तो यह है कि अनुदानित स्कूलों में भी यादव ने अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति कर वेतन भुगतान कर डाला, जबकि इस प्रकार की नियुक्ति के नियम ही नहीं है।
यादव के इन तमाम गोलमाल की शिकायतें स्थानीय स्तर पर कुछ लोगों द्वारा की गईं लेकिन यादव ने हर शिकायत के बाद कुछ ऐसा किया कि शिकायतकर्ता ही पीछे हट गए।
करते हैं समाजवादी पार्टी की राजनीति
एमपीएस यादव मूलत: उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं और इन दिनों समाजवादी पार्टी की सरकार होने से बहुत उत्साहित दिखाई दे रहे हैं। वो करैरा में तीनों स्कूलों में गोलमाल करने के अलावा समाजवादी पार्टी को स्टेबलिश करने में लगे हुए हैं। सनद रहे कि भाजपा से बगावत करने के बाद कुछ यादव नेताओं ने यहां समाजवादी पार्टी को स्थापित कर दिया था। बाद में यह सीट सपा के हाथ से जाती रही। अब एमपीएस यादव एक बार फिर करैरा विधानसभा में सपा का विधायक बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।