भोपाल। घंसौर के राक्षसी 'गुड़िया रेपकांड' में पुलिसवालों के खिलाफ एक भी शब्द ना बोलने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा के नेताप्रतिपक्ष अजय सिंह ने बलात्कार पीड़िता से सबूत मांगने वाली ग्वालियर पुलिस के कप्तान को को हटाने की मांग की है।
मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने ग्वालियर में कथित रूप से बलात्कार की शिकार महिला से पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज करने से पहले सबूत मांगने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक को पद से हटाने की मांग की है।
अजय ने आज यहां एक बयान में कहा कि एक ओर तो मुख्यमंत्री खुद को बच्चियों का ‘मामा’ कहते हैं। लेकिन वहीं दूसरी ओर उनकी बहनें खुद को उस समय अपमानित महसूस करती हैं, जब उनकी पुलिस पीड़ित बहन से बलात्कार का सबूत मांगती हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के इसी अशोभनीय व्यवहार से क्षुब्ध होकर ग्वालियर में बलात्कार पीड़ित महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाए और संबंधित पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
यहां सवाल यह नहीं है कि उन्होंने ग्वालियर एसपी को हटाने की मांग क्यों की, बल्कि सवाल तो यह है कि देश भर में चर्चित रही घंसौर की गुड़िया से बलात्कार और मौत के बाद इन्हीं राहुल भैया ने वहां एक सिपाही तक को हटाने की मांग क्यों नहीं की।
अजय सिंह के भीतर मौजूद नेता प्रतिपक्ष कुछ मामलों में अचानक अनुपस्थित क्यों हो जाता है, कहीं ऐसा तो नहीं कि मामले उठाने से पहले कई दूसरे स्तरों पर भी नापतौल की जाती हो माननीय के दफ्तर में और ग्वालियर एसपी की विदाई इसीलिए मांग ली हो, क्योंकि कोई पुराना हिसाब चुकता करना हो।
यदि ग्वालियर एसपी चर्चा कर लेंगे तो फालोअप नहीं करेंगे, नहीं तो धरने पर बैठ जाएंगे।