भोपाल। वाइल्डकार्ड एंट्री लेकर वापस मध्यप्रदेश की राजनीति में आए प्रभात झा ने एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान की तरफ 'तानों के तीर' छोड़ दिए। कर्नाटक पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कोई येदयुरप्पा नहीं हो सकता, यहां संगठन बहुत मजबूत है।
सनद रहे कि मध्यप्रदेश में भी शिवराज सिंह चौहान नाम ही अपने आप में एक पूरी पॉवर बनता जा रहा है। यदि मध्यप्रदेश में तीसरी बार कांग्रेस पराजित होती है तो राजनैतिक पंडितों के अनुसार विजय भाजपा की नहीं, शिवराज सिंह चौहान की होगी। कर्नाटक में भी पिछली जीत भाजपा की नहीं येदयुरप्पा की ही कही गई थी।
श्री प्रभात झा विशेष तौर पर यूनीवार्ता से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह तो 'गुजरे समय' के प्रदेश अध्यक्ष हैं। पार्टी को उनकी भूमिका का निर्धारण करना हैं और उम्मीद है कि प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस संबंध में निश्चित तौर पर विचार कर रहे होंगे।
उनकी भूमिका के संबंध में पार्टी जो भी तय करेगी उन्हें वह मंजूर होगा। मई 2010 से लगभग ढाई वर्ष तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान संभाल चुके झा का मानना है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणामों का असर राज्य विधानसभा चुनावों के परिणामों पर नहीं पड़ेगा।
इस संबंध में तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल मध्यप्रदेश में संगठन बहुत मजबूत है। इस राज्य में संगठन से बड़ा कोई नहीं हो सकता है और न ही कोई कर्नाटक के 'बी एस येदयुरप्पा' की तरह बन सकता है।