इटारसी। यहां हुईं भाजपा और कांग्रेस दोनों ही बैठकों में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा की संभागीय बैठक में तो कांग्रेस की जिला कार्यसमिति ने मंत्री का ही बहिष्कार कर डाला, इधर कांग्रेस की बैठक में गालियों का धुआंधार प्रदर्शन हुआ।
इटारसी में पहली संभागीय बैठक भाजपा की थी। यहां मंत्री सरताज सिंह का जो विरोध दिखाई दिया, उसे प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर भी नहीं संभाल पाए। दूसरी संभागीय बैठक कांग्रेस की हुई तो यहां विवाद, मुंहबाद के बाद गालियों का खुला आदान प्रदान हुआ।
मंत्री सरताज सिंह की अनुपस्थित रही चर्चा में
भाजपा की संभागीय बैठक रविवार 5 मई को रेलवे इंस्टीट्यूट सभा कक्ष में आयोजित की गई थी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर की उपस्थिति में संपन्न हुई। जिसमें बैतूल, होशंगाबाद जिले के पालक संयोजक उपस्थित थे, लेकिन संभागीय बैठक में संभाग के एक मात्र मंत्री सरताज सिंह की उपस्थिति चर्चा में रही।
भाजपाईयों ने किए मंत्री से सवाल, सड़कों पर बंटा पर्चा
यही नहीं कार्यक्रम के उपरांत सड़क पर एक पर्चा बांटा गया, जिसमें मंत्री जी जवाब दो शीर्षक से उनसे कुछ प्रश्न किए गए थे। मंत्री जी की अनुपस्थिति पर प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि किसी कार्य में व्यस्त होने के कारण नहीं आ पाए। जबकि सरताज सिंह ने मोबाइल पर पत्रकारों से कहा कि उन्हें शनिवार की रात जिला भाजपा अध्यक्ष द्वारा आमंत्रण दिया गया था, जबकि तैयारी 5 दिन पूर्व से चल रही थी। कुल मिलाकर कांग्रेस पर गुटबाजी का आरोप लगाने वाली भाजपा भी इस बीमारी से दूर नहीं है। यह तो रही भाजपा की बात।
कांग्रेस की संभागीय बैठक से पहले ही विवाद शुरू
बुधवार को 8 मई को पत्रकार भवन इटारसी में कांग्रेस की संभागीय बैठक आयोजित की गई। जिसमें बैतूल, हरदा, होशंगाबाद जिले के ब्लाक अध्यक्ष उपस्थित थे। बैठक तो कांग्रेस के राजनीतिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा बुलाई गई थी, जिसमें राजनीतिक प्रशिक्षण विभाग के संगठन प्रभारी राजेन्द्र सिंह गेहलोत, सुनील सूद और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता निहाल अहमद इस बात के लिए आए थे कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण किस ब्लाक में किस तारीख को रखना है।
कांग्रेस की सरकार आई तो ब्लॉक अध्यक्षों को मिलेंगी खदानें
कांग्रेस की संभागीय बैठक शुरुआत से ही विवादास्पद दिखी। जब संगठन प्रभारी राजेन्द्र सिंह गेहलोत ने ब्लाक अध्यक्षों से यह कहा कि 10 वर्षों से भाजपा कार्यकर्ताओं ने राशन दुकानें और खदाने लेकर भारी माल कमाया है अब कांग्रेस सत्ता में आएगी तो सभी ब्लाक अध्यक्षों को राशन दुकानें और खदानें दी जाएंगी।
यहां कांग्रेस कैसे चलेगी हम तय करेंगे
विवादास्पद बयान के बाद जब गेहलोत सभी ब्लाक अध्यक्षों से यह पूछने लगे की आपके क्षेत्र में कब प्रशिक्षण शिविर रखना है, इसी दौरान जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष व जिले के प्रशिक्षण प्रभारी पीयूष शर्मा ने कहा कि बड़े नेताओं की दिनांक आने के बाद प्रशिक्षण शिविर लगेंगे। इस पर श्री गेहलोत ने कहा कि प्रशिक्षण शिविर में कोई बड़े नेता नहीं रहेंगे। केवल प्रशिक्षाणार्थी और प्रशिक्षक ही रहेंगे। इस पर श्री शर्मा अपना आपा खो बैठे और उन्होंने कहा कि जिले में कांग्रेस कैसे चलेगी, यह आप नहीं हम तय करेंगे।
आप यहां से बाहर निकल जाएं
जुवानी जंग यहीं खत्म नहीं हुई श्री गेहलोत ने पीयूष शर्मा से कहा कि आप भवन से बाहर चले जाएं। आप पहले यह तय करें कि आप चाचा गिरिजाशंकर शर्मा के साथ हैं या कांगे्रस के। इस नोंक झोंक में जिला कांगे्रस अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल और पीयूष शर्मा आपा खो बैठे और उन्होंन गेहलोत को निचले स्तर के शब्दों को उपयोग करते हुए अपनी बात कही। इस तरह कांग्रेस की चुनावी जंग शुरु होने के पहले ही पराजित होते नजर आ रही है।
पीयूष को प्रभारी ही नहीं बनाया जाना चाहिए था
इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सेल चेयरमेन और होशंगाबाद क्षेत्र से कांग्रेस के प्रवलतम दावेदार मानक अग्रवाल ने कहा कि पीयूष शर्मा को जिले का प्रशिक्षण प्रभारी बनाया जाना ही गलत है। वर्तमान भाजपा विधायक गिरिजा शंकर शर्मा के भतीजे होने के नाते शर्मा वह सारे प्रयास करेंगे जिससे भाजपा को लाभ मिले और कांग्रेस के कार्यकर्ता निराश हों। कुल मिलाकर जिले में पूर्व से ही चारों सीटें खो चुकी कांगे्रस को फिर अंधेरे में कोई दीपक की रोशनी दिखाई नहीं दे रही है।