भोपाल। मध्यप्रदेश के मंडला जिले में अन्य जिलो की भांति सरकार ने मॉडल स्कूल तो शुरू कर दिए है परन्तु दो साल के बाद भी अभी तक विभाग ने इन शालाओ में टीचर की कोई व्यवस्था नहीं की है अतिथि शिक्षकों के भरोसे ये स्कूल चलाए जा रहे है।
इन शालाओ में इस सत्र से कक्षा 11 भी शुरू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। गौरतलब है की अध्यापकों के प्रतिनियुक्ति सबंधी नियम में लिखा है की अध्यापकों को इन संस्थाओ में प्रतिनियुक्त किया जा सकता है परन्तु अधिकारियों द्वारा छात्रों के हित में इस तरह के कोई कदम न उठाया जाना उन आदिवासी बालको के साथ सरासर अन्याय हो रहा है जिस पर किसी राजनेताओ का ध्यान भी नहीं जा रहा है।
विगत दिवस हुई परामर्श दात्री बैठक में विभिन्न संगठनो के तथा कथित नेताओ ने भी विभाग का ध्यान आकृष्ट नहीं कराया गया। अध्यापक नेताओ को सिर्फ अपने निजी कार्यो के अलावा ग्रामीण प्रतिभावान विद्याथियो के भविष्य को भी ध्यान में रखकर काम करना चाहिए।