भोपाल। मध्यप्रदेश के करीब 4,000 लोगा उत्तराखंड में फंसे हुए हैं, जिनमें एक न्यायाधीश और एक विधायक भी शामिल हैं। आपदा में कई लोगों के हताहत होने की भी आशंका जताई जा रही है।
राज्य सरकार के पास इन पर्यटकों के बारे में जानकारी नहीं है, क्योंकि ये तो अपने स्तर पर या निजी पर्यटन कंपनियों की सेवाएं लेते हैं। मुख्यमंत्री आवास में नियंत्रण कक्ष के प्रभारी और अवर सचिव नीरज वशिष्ठ ने बताया, 'न्यायमूर्ति आई एस श्रीवास्तव और उनके परिवार के 9 सदस्य लापता हैं।
इसी तरह, विधायक गौतम टेटवाल केदारनाथ में फंसे हैं। उनके पिता की मौत हो चुकी है। उत्तराखंड में कई लोग फंसे हैं और उनके संबंधियों को उनके बारे में कोई सूचना नहीं है। पुलिस नियंत्रण कक्ष और आपदा प्रबंधन राहत विभाग भी उन्हें कोई सूचना दे पाने में अक्षम हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने बताया, 'उत्तराखंड में कितने लोग फंसे हैं, कितने लापता या मृत हैं, हम उनकी सही संख्या बता पाने की स्थिति में नहीं है लेकिन गौरी कुंड और केदारनाथ में मध्यप्रदेश के कई लोगों के फंसे होने की सूचना है।
उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से कई लोगों ने हमारे नियंत्रण कक्ष दूरभाष (0755-2556422) पर कॉल किया है। इन्हें राहत पहुंचाने के लिए हम उत्तराखंड के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
हालांकि राज्य पुलिस, सचिवालय और मुख्यमंत्री कार्यालय के कई सूत्रों का कहना है कि केदारनाथ, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और गंगोत्री में करीब 4,000 लोग फंसे हैं। पुलिस और राज्य के अधिकारियों ने उन दो महिलाओं के मौत की पुष्टि नहीं की है, जिनके मृत पाए जाने की खबर है। पुलिस के सूत्र ने बताया, 'मुल्ला कॉलोनी के दो महिलाओं के हताहत होने की खबर है।