भोपाल। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में जादू-टोना करने के शक में एक विधवा को मूत्र पिलाने का मामला सामने आया है। राष्ट्रीय महिला आयोग 'एनसीडब्ल्यू' ने होशंगाबाद जिले में जादू-टोना करने के शक में 45 वर्षीय आदिवासी विधवा की निर्मम पिटाई करके उसे कथित रूप से मूत्र पीने के लिये मजबूर करने की शर्मनाक घटना की जांच का फैसला किया है।
एनसीडब्ल्यू की सदस्य डॉ. चारू वलीखन्ना ने मंगलवार को बताया कि वह 19 जून को होशंगाबाद जिले के नांदिया क्षेत्र पहुंचकर इस वारदात की जांच शुरू करेंगी। उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यू ने महीने भर पहले होशंगाबाद पुलिस से मामले की विस्तृत जानकारी ली थी लेकिन आयोग को स्थानीय पुलिस की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।
चारू ने बताया कि महिलाओं को डायन घोषित करके उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की घटनाएं देश के 17 राज्यों में सामने आती हैं। एनसीडब्ल्यू इन घटनाओं को गंभीरता से लेकर प्राथमिकता के आधार पर इनकी जांच कर रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि होशंगाबाद जिले की पिपरिया तहसील के कुदखेड़ा गांव में 19 अप्रैल को आदिवासी विधवा की उसी के समुदाय के ताकतवर लोगों ने बेरहमी से पिटाई की थी और उसे मूत्र पीने पर मजबूर किया था। इन लोगों को शक था कि महिला जादू-टोना करती है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत पर मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था।