भोपाल। पूरा सच जानते हुए भी प्रदेश में शिवराज सरकार होने के कारण अब तक चुपचाप रहा भाजपा अध्यापक प्रकोष्ठ राज्य शिक्षा सेवा के गठन की घोषणा के साथ ही बिल से बाहर निकल आया। उसने इसके लिए सीएम को बधाई दी है।
भारतीय जनता पार्टी के मीडिया सेंटर से जारी प्रेस बंडल में शामिल एक प्रेसनोट के अनुसार अध्यापक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक भगवतीप्रसाद श्रोती ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा राज्य षिक्षा सेवा के गठन का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है वह प्रदेश में शिक्षा के स्तर के लिए बहुआयामी साबित होगा। उन्होंने गठन पर प्रशंसा जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी है और कहा कि राज्य शिक्षा सेवा के गठन से प्रदेष की शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होगी।
अध्यापकों के नाम पर राजनीति कर रहे इस प्रकोष्ठ के नेताओं ने पिछले एक साल से चल रहे आंदोलन में कोई भूमिका नहीं निभाई। भाजपा के विधायकों ने आंदोलन स्थलों पर पहुंचकर मांगों का समर्थन किया, लिखित समर्थन पत्र सौंपे, मध्यस्थता का प्रयास किया। सीएम को चिट्ठी लिखी, लेकिन ये 'आयाराम' प्रकोष्ठ के नेता कभी नहीं आए। ना समर्थन दिया और ना ही मध्यस्थता करने का प्रयास किया। झूठे मुंह सांत्वना देने का उपक्रम तक नहीं किया। अब जब सीएम ने घोषणा कर दी है तो निकल आए बिल के बाहर, बधाई देने।