भोपाल। राघवजी के इस्तीफे के बाद अब पूरे मामले का पटाक्षेप हो चुका है। इसलिए अब डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। सोमवार से मानसून सत्र शुरू हो रहा है। सदन में कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव के दौरान यदि किसी के भी परिवार पर अंगुली उठाए तो सदस्य उसका तत्काल व आक्रामक हो कर जवाब दें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह नसीहत मंत्री परिषद के सदस्यों को दी। राघवजी के इस्तीफे से मचे राजनीतिक बवाल के बाद चौहान ने शनिवार को कैबिनेट के तमाम मंत्रियों को अपने निवास पर बुलाया।
दरअसल, कैबिनेट बैठक के बाद जैसे ही अधिकारी कक्ष से बाहर गए तो अनौपचारिक चर्चा के दौरान एक वरिष्ठ मंत्री ने मुख्यमंत्री से राघवजी एपीसोड के बारे में बात करने के लिए कहा। इस पर मुख्यमंत्री बोले कि सब कुछ हो चुका है। अब क्या चर्चा होगी? इस पर एक अन्य मंत्री ने भी बातचीत के लिए कहा तो मुख्यमंत्री ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास में आकर बात करने का सुझाव दिया।
मंत्रियों ने कहा कि आज ही बात हो जाए तो ठीक रहेगा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने शाम 5 बजे सभी को अपने निवास पर बुलाया। हालांकि मंत्री अलग-अलग समय पर ही पहुंचे। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को बताया कि एक दिन पहले ही सीडी की जानकारी उन्हें मिल गई थी। तत्काल राघवजी से कहा गया कि इसे संभालिए। शुक्रवार सुबह जब मामला बढ़ा, तब जाकर इस्तीफे का निर्णय लेना पड़ा। इस मामले में पर्याप्त कार्रवाई हो चुकी है। इसलिए अब मंत्रियों को डरने की जरूरत नहीं है।