भोपाल। चुनाव का प्रेशर भी क्या नहीं करवाता। इधर शिवराज सिंह चौहान बिना रेलिंग का पानी में डूबा पुल पार कर रहे थे तो उधर कृषि मंत्री कुसमरिया अपने समर्थकों सहित दुबली सी नाव में सवार हो गए। कुछ ही देर में नाव नदी में डूब गई।
मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया दमोह के इटवा से कोटरा कुछ पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे थे। रास्ते में नदी चढ़ी हुई थी, कोई और दिन होते तो शायद मंत्रीजी वापस लौट जाते परंतु चुनाव नजदीक हैं, वापस लौटने का पता नहीं क्या अर्थ निकाल लिया जाए इसलिए मंत्रीजी एक दुबली सी नाव में ही अपने समर्थकों सहित सवार हो गए।
नाव को शायद आम आदमियों की आदत थी, नेता और खाएपिए लोगों का वजन सहन नहीं कर पाई और नदी में डूब गई। नाव के साथ मंत्रीजी भी डूब गए लेकिन तत्काल गांववालों ने उन्हें बाहर निकाल लिया।
कुल मिलाकर इधर शिवराज जानते बूझते मौत के पास से गुजरे तो उधर मौत रामकृष्ण कुसमरिया के नजदीक से गुजर गई।