भोपाल। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि भाजपा के 07 लाख की पोल खुल गई। उन्होंने कहा कि झूठ बोलने वाली भाजपा ने जिस निर्लज्जता के साथ भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश की गरीब जनता का पैसा पानी की तरह बहाया उसका नतीजा है कि झूठी संख्या के आधार पर बना भोजन लगभग 25 ट्रकों के द्वारा फिकवाया गया।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि जिस प्रदेष में 65 लाख से अधिक गरीब हो, जो एक टाइम भी ढंग से भोजन न कर पाते हो उस प्रदेष में भाजपा ने कई ट्रक भोजन फिकवाया उसका यह सामाजिक अपराध इस प्रदेष की जनता कभी भी माफ नहीं करेंगी। श्री सिंह ने कहा कि अपनी झूठी शान बघारने के लिए भारतीय जनता पार्टी की षिवराज सरकार ने आयोजन में 150 करोड़ रूपये जिस तरह बहाया है उसका अपव्यय किया है वह शर्मनाक है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज फिर से लाखों रूपये खर्च कर ट्रकों से ढोकर खाना फिकवाया गया। वह उस गरीब का भोजन था जिसे षिवराज सरकार ने उसके मुंह से छीनकर नालियों में बहा दिया।
श्री सिंह ने कहा कि अपनी सरकार के अंतिम दिनों में षिवराज सरकार बेषर्मी के साथ न केवल धन का अपव्यय कर रही है बल्कि जनता को परेषान भी कर रही है जिसे वे अपना भगवान कहते है उस भगवान को भी धोखेबाजी का षिकार बना रहे है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक ओर जहां इस आयोजन के लिए बना भोजन फेंका गया वहीं दूसरी ओर 25 सितम्बर को इस प्रदेष के लाखों यात्री परेषान हुए। षिवराज सरकार ने बस आपरेटरों और टैक्सी आपरेटरों को धमकाकर दस हजार से अधिक यात्री वाहनों पर कब्जा कर लिया जिससे 25 सितम्बर को कई ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्र की जनता को आवागमन के साधन उपलब्ध नहीं हुए और उन्हें परेषान होना पड़ा।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि षिवराज की धोखाधड़ी और ब्रांडिंग की असलियत सामने आ गई है। जिस दिन से उनकी सरकार के अंतिम दिनों की गिनती शुरू हुई उनकी मेकअप वाली सरकार का चेहरा भद्दा और निर्लज्ज नजर आने लगा है।
श्री सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता महाकुभं के नाम पर लाए गए लोगो की दुर्घटनाओं में मृत्यु हुई है और कई लोग घायल हुए हैं। चूंकि सभी लोग मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान के कहने पर और नरेन्द्र मोदी की सभा में आ रहे थे इसलिए इसकी सीधी जबाबदारी इन दोनों नेताओं पर आती है इसलिए इन दोनों नेताओं के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज हो। श्री सिंह ने कहा कि दुर्घटना में मृत सभी लोगों को पांच-पांच लाख रूपए का मुआवजा दिया जाए और घायल लोगों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा और आर्थिक सहायता दी जाएं।