भोपाल। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े रीजनल न्यूज पोर्टल भोपालसमाचार.कॉम पर चल रहे आनलाइन सर्वे में भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ के बाद से सिंधिया की लोकप्रियता के ग्राफ में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि आयोजन के 24 घंटे के भीतर यह गिरावट 3 प्रतिशत की है और वो अभी भी शिवराज सिंह चौहान से आगे चल रहे हैं।
भोपालसमाचार.कॉम पर चल रहे लाइव सर्वे में कार्यकर्ता महाकुंभ से पूर्व एवं विदिशा में सिंधिया की चुनावी सभा के बाद सिंधिया की लोकप्रियता में तेजी से इजाफा हुआ एवं वो 60 प्रतिशत तक जा पहुंचे थे एवं उनके विरुद्ध शिवराज सिंह चौहान 39 प्रतिशत तक नीचे आ गिरे थे परंतु बीते रोज भोपाल में हुए कार्यकर्ता महाकुंभ के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की लोकप्रियता का ग्राफ 3 प्रतिशत नीचे गिरकर 57 प्रतिशत पर आ गया जबकि शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता का ग्राफ 43 प्रतिशत तक जा पहुंचा। इस सर्वे में शेष शामिल नेताओं की लोकप्रियता इतनी भी दर्ज नहीं हो पाई है कि उल्लेख किया जाए। इस सर्वे में अभी तक करीब 2500 वोट दर्ज किए गए हैं एवं इसके समापन में अभी 24 दिन शेष हैं।
कितना विश्वस्नीय है यह सर्वे
सनद रहे कि भोपालसमाचार.कॉम पर चल रहा यह आनलाइन सर्वे गूगल की सर्वे एप्लीकेशन के तहत संचालित किया जा रहा है। यह गूगल के मेनसर्वर की ओर से नियंत्रित है एवं इसमें किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ की गुंजाइश नही है एवं यही तकनीकी सुरक्षा इसकी विश्वस्नीयता को मजबूत बनाती है। यहां एक कम्प्यूटर से एक ही बार वोट दिया जा सकता है, अलबत्ता विचार बदलने की स्थिति में वोट को बदला जरूर जा सकता है। यह सुविधा इसलिए दी गई ताकि लोग समय के अनुसार अपने निर्णय ले सकें और यदि उन्हें लगता है कि कुछ गलत हो गया है तो बदल भी सकें।
इस सर्वे में वोट करने वालों के नाम पते पूरी तरह से गोपनीय रहते हैं एवं किसी भी स्थिति में इनके सार्वजनिक होने की कोई गुंजाइश नहीं है। यहां बताना जरूरी है कि यह सर्वे और इसका तकनीकी सिस्टम भोपालसमाचार.कॉम के प्रबंधन के नियंत्रण से पूरी तरह से बाहर है एवं गूगल के तकनीकी विशेषज्ञ भी इसमें किसी प्रकार की छेड़छाड़ करने में सक्षम नहीं हैं।
इस सर्वे में वोट करने वालों के नाम पते पूरी तरह से गोपनीय रहते हैं एवं किसी भी स्थिति में इनके सार्वजनिक होने की कोई गुंजाइश नहीं है। यहां बताना जरूरी है कि यह सर्वे और इसका तकनीकी सिस्टम भोपालसमाचार.कॉम के प्रबंधन के नियंत्रण से पूरी तरह से बाहर है एवं गूगल के तकनीकी विशेषज्ञ भी इसमें किसी प्रकार की छेड़छाड़ करने में सक्षम नहीं हैं।