जोधपुर। आसाराम सहयोगी शिल्पी ने बुधवार को जोधपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। कोर्ट ने शिल्पी के खिलाफ वारंट जारी कर पेशी का आदेश दिया था।
शिल्पी पर आरोप है कि उसने आश्रम की छात्रा को आसाराम के पास पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मामले दर्ज होने के बाद से ही शिल्पी फरार हो गई थी। पुलिस काफी दिनों से शिल्पी का तलाश कर रही थी।
इससे पहले आरोपी शिल्पी ने कार्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका भी दाखिल की थी। परंतु कोर्ट ने याचिका खारिज कर पेश होने का आदेश दिया था। शिल्पी कथावाचक आसाराम के छिंदवाड़ा [मध्य प्रदेश] स्थित आश्रम में वार्डन है।
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार वॉर्डन शिल्पी नियमित रूप से छात्राओं एवं अन्य महिलाओं को आसाराम के पास भेजती थी। खुद शिल्पी के कई वर्षो तक आसाराम के साथ संबंध रहे हैं। शिल्पी को तलाशने के लिए जोधपुर पुलिस की आधा दर्जन टीमें छिंदवाड़ा सहित अलग-अलग स्थानों पर भेजी गई थीं।