भोपाल। संघ और भाजपा के बीच समन्वय का काम संभाल रहे संघ के कद्दावर नेता सुरेश सोनी को मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी से विदा कर दिया गया है। समन्वय की बागडोर अब संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने संभाल ली है। सनद रहे कि सुरेश सोनी, शिवराज विरोधी गुट के सर्वमान्य नेता थे एवं प्रभात झा, उमा भारती व कैलाश विजयवर्गीय सहित तमाम शिवराज विरोधी भाजपाई उन्हीं की सरपरस्ती में फलफूल रहे थे।
पिछले दिनों उमा भारती एवं प्रभात झा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ताजपोशी के बाद से ही यह सुगबुगाहट शुरू हो गई थी कि अब शिवराज सिंह का अगला निशाना सुरेश सोनी ही होंगे और अंतत: वही हुआ राजधानी में दो दिन से चल रही संघ की अतिमहत्वपूर्ण बैठक में संघ के दिग्गज भैयाजी जोशी की मौजूदगी ने हलचल मचा दी। आधिकारिक तौर पर संघ ने सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी को हटाया तो नहीं है, पर उनकी जिम्मेदारियां जोशी को सौंप दी हैं। ये ताजा परिवर्तन भी नरेंद्र मोदी को पीएम पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने से जुड़ा है। इस घटनाक्रम में ज्यादा हमले सोनी पर ही हुए थे।
आडवाणी ने किया था विरोध
बदलाव की वजह लालकृष्ण आडवाणी को माना जा रहा है। आडवाणी ने सोनी की कार्यशैली पर नाराजगी जताई थी और समन्वय के काम से मुक्त करने का प्रस्ताव भी रखा था। यही कारण है कि संघ ने सोनी को भाजपा में कोई दखल न देने के निर्देश दिए हैं। संघ में तीसरे क्रम के नेता सोनी लोकसभा चुनाव तक सिर्फ संघ का काम देखेंगे। फिलहाल संघ आडवाणी को नाराज नहीं करना चाहता है। इसी के चलते जोशी को जिम्मेदारी सौंपी गई है, ताकि गलत संदेश न जाए।