भोपाल। मप्र में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के टिकटों का मुख्य आधार पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा कराए गए सर्वे होंगे। चार चरणों के इस सर्वे में करीब 175 सीटों के लिए नामों पर विचार कर लिया गया है। इसके अलावा जो नाम ब्लॉक और जिले से आए हैं, उन पर भी विचार किया जाएगा।
भले ही कांग्रेस में टिकट की कवायद अभी प्रथम चरण में है, परंतु दावेदार अभी से दिल्ली में सक्रिय हो गए हैं। भोपाल के सबसे अधिक दावेदार दिल्ली में हैं। इसके अलावा सीहोर, बैतूल, रतलाम, जावरा, सागर, छतरपुर के नेता भी दिल्ली में जम गए हैं।
एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता के अनुसार चुनाव समिति के फैसले से सर्वे का कोई लेना-देना नहीं है। टिकट वितरण पर अंतिम फैसला तो सर्वे के आधार पर ही होगा, ताकि जीतने वाले उम्मीदवार का पता लगाया जा सके। उसके लिए कुछ मापदंड भी तय किए गए हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि चुनाव समिति द्वारा तय किए गए पैनल स्क्रीनिंग और वर्किंग कमेटी के पास जाएंगे। इससे साफ है कि चुनाव समिति से भले ही पैनल में एक नाम भेजा गया हो, लेकिन वह नाम तय नहीं माना जाएगा।
क्या है राहुल का फॉर्मूला
इस फॉर्मूले के तहत टिकट फाइनल करने के लिए प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की राय ली जा रही है और उनसे उम्मीदवारों के नाम भी लिए गए हैं, लेकिन फैसला जीतने की काबिलियत के आधार पर ही होगा। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी का कार्यालय चार चरणों में एक सर्वे कर रहा है। जिसके दो चरण हो चुके हैं। उन दो चरणों के सर्वे में करीब 175 नामों का चयन कर लिया गया है।
तीसरे चरण के सर्वे में इस बात का पता लगाया जा रहा है कि लोगों की सोच में अंतर तो नहीं आ रहा है। अंतिम सर्वे चयनित किए गए उम्मीदवार के बारे में जनता की राय या धारणा के बारे में किया जाएगा। उम्मीदवारों की छवि, क्षेत्र में उसकी पकड़, कार्यकर्ताओं के बीच उपलब्धता चयन का आधार होगा।
भोपाल मध्य और नरेला पर सबसे अंत में होगा फैसला
कांग्रेस पार्टी भोपाल की मध्य और नरेला विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों का फैसला सबसे अंत में करेगी। पिछले दिनों हुई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में तैयार पैनल में बाद में कुछ और नाम जुड़ गए। अब नरेला से सुनील सूद, महेंद्र सिंह चौहान और कैलाश मिश्रा के साथ मनोज शुक्ला और जहीर अहमद का नाम भी पैनल में जुड़ गया है।
इसी तरह भोपाल मध्य से नासिर इस्लाम, पीसी शर्मा, जहीर अहमद, अब्दुल नासिर, आरिफ मसूद और सईद अहमद सुरूर के नाम पैनल में बताए जाते हैं। पार्टी ने दावेदारों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इन सीटों का फैसला सबसे अंत में करने का निर्णय लिया है।
दिग्गज नेताओं कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांतिलाल भूरिया, अजय सिंह और सुरेश पचौरी के बंगलों पर टिकटार्थियों की भीड़ जमा हो रही है। चर्चा यह भी है कि जिन्हें टिकट दी जाना है, उन्हें अपने नेताओं की ओर से पहले ही इशारा मिल गया है, लेकिन बी-फॉर्म जब तक नहीं मिल जाता तब तक दावेदार अपनी टिकट कन्फर्म नहीं मान रहे।
क्या हुआ था चुनाव समिति में
चुनाव समिति की अंतिम बैठक में 158 सीटों के लिए 3-3 नाम तय किए गए हैं। वहीं 40 सीटों पर 1-1 नाम दिया गया है। शेष 32 सीटों पर 5-5 नाम का पैनल बनाया गया है। 40 सीटों पर 1-1 नाम तय करने का निर्णय होने के बाद भी पक्का नहीं है कि इन्हीं नामों को फाइनल माना जाएगा।