कार्यकर्ता महाकुंभ में भी दिखी मोदी और आडवाणी के बीच खटास

shailendra gupta
भोपाल। बीजेपी कार्यकर्ताओं के महाकुंभ के मौके पर भोपाल के जंबूरी मैदान बीजेपी के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी और सबसे वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी सहित सभी दिग्गज एक साथ खड़े हुए, लेकिन उनमें एकता का वह जज्बा नहीं दिखा जिसकी उम्मीद की जा रही थी।

हालांकि औपचारिकताओं में कोई कमी नहीं रही, आडवाणी ने मोदी को गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया तो मोदी ने उनके पांव भी छुए, अपने भाषण की शुरुआत भी मोदी ने आडवाणी के जिक्र से की, लेकिन इसके बावजूद दोनों नेताओं के बीच की दूरी भी किसी से छिपी नहीं रह सकी।

मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगला चुनाव कांग्रेस नहीं लड़ेगी बल्कि कांग्रेस की तरफ से सीबीआई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस की किसी भी सरकार ने सही मायनों में गरीबों के हित में कोई काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अगर सबसे अच्छा काम करने वाले राज्यों की सूची बनाई जाए तो उसमें टॉप पर बीजेपी और एनडीए शासित राज्य ही रहेंगे।

इससे पहले आडवाणी ने महाकुंभ का उद्घाटन किया और अपने भाषण में पार्टी शासित राज्यों के विकास कार्यों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में भी बीजेपी जीतेगी और हम देश में एक स्थिर सरकार देंगे।

औपचारिकताएं हुईं पर अनमनापन भी दिखा

आडवाणी ने अपना भाषण शुरू करने से पहले पार्टी के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को गुलदस्ता दिया और मोदी ने उनके पांव छुए। मगर, इस दौरान आडवाणी ने उनकी तरफ देखा तक नहीं। मंच पर इतने लंबे समय तक साथ-साथ मौजूद रहने के बावजूद आडवाणी और मोदी एक-दूसरे के बीच भावनात्मक रिश्ता नहीं दिखा पाए। उनके बीच का अनमनापन साफ दिखता रहा।

इसकी वजह से कयास लगने लगे हैं कि मोदी को लेकर आडवाणी की नाराजगी अभी तक दूर नहीं हुई है। मोदी की पीएम उम्मीदवारी के ऐलान के बाद यह पहला मौका था जब आडवाणी और मोदी किसी राजनीतिक कार्यक्रम में एक साथ नजर आए।

रैली में सबसे पहले बोलते हुए आडवाणी ने कहा कि कार्यकर्ताओं की तपस्या और परिश्रम के बूते बीजेपी यहां तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया है कि प्रदेश के करीब 53 हजार 714 पोलिंग स्टेशनों के प्रतिनिधि यहां आए हैं। यह सचमुच में महाकुंभ है। ये कार्यकर्ता ही मध्य प्रदेश का भविष्य तय करेंगे।

उन्होंने बीजेपी सरकारों की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि गुजरात के गांवों में 24 घंटे बिजली मिलती है। मध्य प्रदेश और रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में भी ऐसा ही है। आडवाणी ने कहा कि कांग्रेस या फिर किसी और राज्य में जहां दूसरी पार्टियों की सरकारें हैं, वहां पर गांवों में बिजली मिलती हो, लगता नहीं। हम इन उपलब्धि के साथ चुनाव लड़ेंगे। हमारी पार्टी भाषणों के आधार पर काम नहीं करेगी, बल्कि काम के आधार पर जीतने की बात करेगी।

इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी ने आडवाणी के बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि बीजेपी, कांग्रेस से बड़ी पार्टी बन गई है। सिंह ने शिवराज के कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शासक के रूप में नहीं बल्कि जनता के सेवक के रूप में काम किया है।

अपने भाषण में राजनाथ ने यूपीए सरकार और कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक तरफ जनता महंगाई से परेशान है और दूसरी तरफ आंतरिक व बाहरी सुरक्षा पर खतरा है। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि एनडीए सरकार ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में महंगाई पर रोक लगाई थी, जबकि केंद्र की कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।

उन्होंने कहा कि नैशनल सैंपल सर्वे के अनुसार एनडीए के शासनकाल में 6 करोड़ 75 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए थे। उसके बाद कांग्रेस ने सिर्फ 50 लाख रोजगार दिया। पिछले 15 साल में 50 प्रतिशत से ज्यादा हाइवे एनडीए के शासनकाल की देन है।

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