भोपाल। आरएसएस को आतंकवादी संगठन और साधू संतों को फर्जी व ठोंगी करार देने वाले दिग्विजय सिंह अयोध्या में राममंदिर बनवाना चाहते थे। वो उन दिनों में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री थे और भारत के प्रधानमंत्री पी वी नरसिंहराव की मुहिम का हिस्सा थे।
नरसिंहराव के मीडिया सलाहकार रहे पीवी. आरके. प्रसाद ने हाल ही में अपनी किताब में यह खुलासा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री अयोध्या में विवादित जगह पर मंदिर बनवाना चाहते थे। अपनी इस योजना में उन्होंने मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भी शामिल किया था।
नईदिल्ली के प्रमुख हिन्दी अखबार 'हिन्दुस्तान' से विशेष बातचीत में दिग्विजय सिंह ने स्वीकार किया कि प्रसाद के साथ इस मुहिम में राव ने उन्हें भी शामिल किया था। दिग्विजय का कहना था कि उन्होंने किताब नहीं पढ़ी है लेकिन यह सही है।
उन्होंने कहा, ‘मंदिर की स्थापना के लिए गठित रामालय ट्रस्ट को राव साहब ने उस समय यदि जमीन आवंटित कर दी होती तो आज हालात कुछ अलग होते।’ उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अविवादित व उस हिस्से की बात कर रहे हैं जो केंद्र सरकार के कब्जे में है।