राजगढ़। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने शनिवार को डीएड द्वितीय वर्ष का रिजल्ट घोषित कर दिया। इस दौरान परीक्षा परिणाम में उत्तीर्ण आवेदकों को संविदा शिक्षक वर्ग तीन की भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जा रहा है। इससे नाराज आवेदकों ने रविवार को डीईओं से मुलाकात की।
जानकारी के मुताबिक राज्य शिक्षा संचालनालय द्वारा जारी निर्देषों के मुताबिक डीएड की असली मार्कशीट पर ही अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापित किए जायेंगे। संविदा वर्ग 3 की नियुक्ति प्रक्रिया में सिर्फ डीएड धारियों को शामिल किए जाने से नाराज बीएड डिग्री धारी पहले से खुद को शामिल करने की मांग कर पर डटे हुए है।
इधर,इस साल डीएड परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी भी वास्तविक मार्कशीट के अभाव में खुद को अयोग्य बताए जाने से नाराज हो गए है। रविवार को अपने दस्तावेजों का सत्यापन कराने दर्जनों की तादाद में अभ्यर्थी डाइट परिसर पहुंचे। इस दौरान इंटरनेट से निकाली गई मार्कशीट की छायाप्रति को सत्यापानकर्ताओं ने मानने से इंकार कर दिया। इससे यह लोग हंगाम करने लेगे। उनका कहना था कि शनिवार को डीएड का रिजल्ट घोषित किया गया। ऐसे में सत्यापन की अंतिम तिथि यानि 25 सितंबर के पहले उन तक मार्कशीट पहुंच पाना असभंव है। उन्होंने इंटरनेट से निकानी गई मार्कशीट को भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने की मांग की है।
डीईओं ने दी समझाइश
डीईओं अनुराग जायसवाल हंगामे के बाद डाइट परिसर पहुंचे। आवेदक भोजराज परमार, संजय शर्मा, संतोष, षीला दांगी, राजकुमार, लक्ष्मण दांगी, सुरज दांगी, कमल पवांर, बृजमोहन, रवि सोनी, कमल परमार, संदीप नागर आदि ने बताया कि उन्हें काउंसलिंग के दौरान मार्कषीट की छायाप्रति इस्तेमाल करने दी जाए एवं इंटरनेट की मार्कषीट पर सत्यापन किया जाए। लेकिन डीईओं ने सरकारी नियम एवं संचालनालय के निर्देषों का हवाला देते हुए इस बात को मानने से इंकार कर दिया।
बिना आदेश के जमा हो रहे दस्तावेज
बीएड डिग्रीधारी आवेदकों को वर्ग तीन में मान्य नहीं किए जाने को लेकर षिक्षण संचालनालय ने स्पष्ट आदेष जारी कर दिया । इसके बाद भी रविवार को यहां आए बीएड आवेदकों से डाइट में दस्तावेजों की एक-एक प्रति जो जमा कराई लेकिन उन्हें वेरिफिकेषन संबधित कोई कागत नहीं दिए। इससे इस प्रक्रिया पर भी सवाल खड़ें हो रहे है।