इंदौर/खंडवा। सिमकार्ड खरीदने के लिए दिए जाने वाले दस्तावेजों में नए साल से कुछ फेरबदल किए जा रहे हैं। इसके चलते अब सिमकार्ड खरीदना आसान काम नहीं रह जाएगा।
अभी तक 10 से 50 रुपए में केवल मतदाता परिचय पत्र और आईडी प्रूफ की कापी देकर आसानी से मिलने वाले विभिन्न कंपनियों के सिमकार्ड को खरीदने के लिए ग्राहकों को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। नई व्यवस्था का ट्रायल बेंगलुरु में चल रहा है और नए साल से यह व्यवस्था मध्यप्रदेश में भी लागू कर दी जाएगी।
इससे न केवल सिम खरीदने में होने वाले फर्जीवाड़े को रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि गलत जानकारी देने पर ग्राहक के खिलाफ धोखाधड़ी के प्रयास का प्रकरण भी दर्ज किया जाएगा।
अब मोबाइल सिम कार्ड खरीदना आसान नहीं होगा। इसके लिए खरीदार के फिंगर प्रिंट अनिवार्य होंगे। सिम विक्रेता की दुकान पर बायोमैट्रिक्स मशीन से फिंगर प्रिंट लिए जाएंगे। इन्हें आपके आधार कार्ड के फिंगर प्रिंट से मैच किया जाएगा। मैच होने पर ही सिम मिलेगी अन्यथा फर्जी दस्तावेज से सिम खरीदने के प्रयास का आरोपी माना जाएगा। इस पर पुलिस केस भी बन सकता है।
यह व्यवस्था नए साल से लागू हो जाएगी। खंडवा में अब तक 85 फीसदी आधार पंजीयन हो चुका है। इसलिए यह व्यवस्था सबसे पहले यहां लागू की जा रही है।
नई गाइड लाइन जारी होने के बाद सिम विक्रेता आधार कार्ड के बायोमैट्रिक्स डाटा का इस्तेमाल कर नई सिम खरीदने वालों की आसानी से पहचान कर सकेंगे। रिटेलर संबंधित ग्राहकों की अंगुलियों की छाप लेकर अपने यहां ही यूआईडीएआई कार्ड डाटा का इस्तेमाल कर उनकी तत्काल ऑनलाइन मैचिंग कर सकेंगे।
यदि आपके आधार कार्ड और मोबाइल रिटेलर के यहां बायोमैट्रिक्स मशीन में लिए गए फिंगर प्रिंट समान रहते हैं तो ही सिम मिलेगी। यह आपके पते और आईडी प्रूफ दोनों का काम करेगा। दूरसंचार विभाग के अफसरों के मुताबिक फिंगर प्रिंट लिए जाने से सिम लेने वाले का फिजिकल वेरिफिकेशन भी हो जाएगा। इससे फर्जीवाड़े पर भी रोक लग सकेगी। कोई भी एक बार में 9 सिम यानी 9 मोबाइल नंबर से ज्यादा अलॉट नहीं करा सकेगा।
रखना पड़ेगी बायोमैट्रिक्स मशीन
आधार कार्ड और बायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से जल्द ही सिम मिलने लगेगी। नए नियम के मुताबिक हर रिटेलर को बायोमेट्रिक मशीन रखना अनिवार्य हो जाएगा।
- प्रदीप महाजन, टीडीएम, बीएसएनएल, खंडवा
बैंगलुरु में चल रहा ट्रायल
नई व्यवस्था का ट्रायल बैंगलुरु में चल रहा है। नए साल में मध्यप्रदेश में भी लागू कर दिया जाएगा। इससे फर्जी दस्तावेज लगाकर कोई सिम कार्ड खरीद नहीं सकेगा।
- एलएम सनवाल, जीएम, मोबिलिटी, बीएसएनएल, भोपाल
अभी यह है व्यवस्था
मौजूदा समय में दुकानदार आधार कार्ड को बतौर आईडी प्रूफ मंजूर तो कर लेते हैं लेकिन ग्राहकों को इसके साथ पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी भी देना पड़ती है।