भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश के छः लाख कर्मचारियों, अधिकारियों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अहंकार में चूर मुख्यमंत्री अब कर्मचारियों से कन्नी काट रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि अपने को कभी कर्मचारियों का सबसे अधिक हितैषी बताने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को यह भ्रम और गुमान हो गया है कि वे अब बगैर किसी के सहयोग से चुनाव में फतह हासिल कर लेंगे। यहीं कारण है कि पिछले दिनों उनसे मिलने गए कर्मचारी संघो के नेताओं को उन्होंने दो टूक जवाब दे दिया कि वे चाहे उन्हें वोट दे न दें अब वे उनकी कोई मांग नहीं मानेंगे।
जबकि इसके पूर्व उन्होंने कर्मचारी संघों से कहा था कि उनकी मांगों के बारे में वे अब आश्वासन नहीं देंगे बल्कि आदेश निकालेंगे। श्री सिंह ने कहा कि अचानक मुख्यमंत्री के इस भाव में परिवर्तन का राज क्या है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि इसके पूर्व भी भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री कह चुके है कि सरकारी कर्मचारी, अधिकारी न तो चुनाव जितवाता है न ही हरवाता है।
श्री सिंह ने कहा कि पिछले दस सालों में कर्मचारियों के वोट लेकर उनके साथ यह व्यवहार और धोखाधड़ी न केवल निंदनीय है बल्कि यह शिवराज सिंह चौहान के इस चर्चित स्वभाव की पुष्टि करता है कि वे कभी किसी के नहीं हुए। श्री सिंह ने कहा कि कर्मचारियों को छठवां वेतनमान जस-का-तस देने और पेंशनरों को उनकी मांग के अनुसार पेंशन देने का वादा भुलकर मुख्यमंत्री उनकी छोटी-मोटी मांगों को पूरा कर कर्मचारियों पर अहसान करने का प्रयास किया, जो कि उनका हक था।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि अपनी अंदरूनी हार की रिपोर्ट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बौखला गए है और अपने मूल चरित्र पर लौट आए है।