भोपाल। भाजपा के पूर्व विधायक हिम्मत कोठारी एक बार फिर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। पर उनकी यह भी शर्त है कि वे टिकट के लिए पार्टी संगठन से गुहार नहीं करेंगे। कोठारी शुक्रवार को रतलाम के निर्दलीय विधायक पारस सखलेचा के खिलाफ राज्य योजना आयोग में शिकायत करने भोपाल आए थे।
प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कोठारी ने कहा वह विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। पर टिकट की गुहार किसी से नहीं करेंगे। उनका कहना है कि न मैं पहले टिकिट माँगने पार्टी के पास गया और न इस बार जाऊंगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे 25 साल से विधायक रहे हैं इस कारण एंटी इंकबेंसी होना स्वाभाविक है और लोगों की अपेक्षाएं भी भी बढ़ जाती है।
कोठारी का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया धरातल के नेता नहीं है। उनका आदिवासियों से सीधा संपर्क भी नहीं है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के कारण प्रदेश में भाजपा की पांच सीटें बढ़ने की संभावना है। गृहमंत्री उमा शंकर गुप्ता से चल रहे विवाद के बारे में उनका कहना है कि इसका निपटारा हो चुका है।
सात साल से घूम रहे हैं नंगे पैर
पूर्व विधायक हिम्मत कोठारी पिछले सात सालों से नंगे पैर घूम रहे हैं। मंत्री पद को सुशोभित कर चुके रतलाम के भाजपा नेता हिम्मत कोठारी की कहानी बड़ी अजब गजब है। कोठारी दो मांगो को लेकर नंगे पांव घूम रहे थे जिस में से एक पूरी हो गई है। पांच हजार झुग्गी वासियों को पक्की छत मुहैया करा चुके कोठारी की दूसरी मांग अनाथालय बनबाने की है, जो सुप्रीम कोर्ट के कारण अधर में अटका हुआ है।