भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) के कार्यालय में सोमवार को सैकड़ों अभ्यर्थियों ने घंटों तक हंगामा किया। ये सभी अभ्यर्थी डिप्लोमा इन एजुकेशन (डीएड) की ओरिजनल मार्कशीट देने की मांग को लेकर जिलों से पहुंचे थे।
अभ्यर्थियों का कहना है कि संविदा शिक्षक भर्ती में डीएड की इंटरनेट से निकाली मार्कशीट मान्य नहीं की जा रही। मजबूरी में ओरिजनल मार्कशीट लेने आए। अधिकारियों ने जब मार्कशीट नहीं दी तो हंगामा किया। संविदा शिक्षकों के भर्ती की द्वितीय चरण की प्रक्रिया में सत्यापन की अंतिम तिथि 25 सितंबर है। यानी दो दिन शेष हैं। तीन दिन पहले डीएड का रिजल्ट जारी होने से अभ्यर्थी इंटरनेट से मार्कशीट डाउनलोड कर सत्यापन कराने पहुंचे।
मार्कशीट अमान्य करने से वे माशिमं कार्यालय में सुबह से जमा हो गए और ओरिजनल अंकसूची देने के लिए हंगामा करने लगे। इस दौरान पुलिस बल को बुला लिया गया और समझाइश दी। इधर, अधिकारियों ने इंटरनेट वाली मार्कशीट प्रमाणित करना शुरू कर दिया। इसके बाद भी नहीं माने और इंटरनेट वाली मार्कशीट मान्य करवाने की मांग करते हुए दिनभर नारेबाजी की।
अधिकारियों ने कहा कि वे वापस लौट जाएं। सोमवार देर शाम तक इंटरनेट वाली मार्कशीट मान्य करने के निर्देश जारी करवाए जाएंगे। इसके बाद भी अभ्यर्थी डटे रहे। अभ्यर्थियों का कहना था कि जब तक भर्ती में इंटरनेट वाली मार्कशीट मान्य करने के निर्देश नहीं देते, वे डटे रहेंगे। कुछ अभ्यर्थियों ने तो इस दौरान ओबीसी के पद बढ़ाने तक की मांग कर डाली।
देर शाम किए आदेश जारी
इधर, लोक शिक्षण संचालनालय ने संविदा शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में डीएड की नेट से प्राप्त अंकसूची मान्य करने के निर्देश देर शाम जारी कर दिए हैं। आदेश को एजुकेशन पोर्टल पर अपलोड किया गया है। आदेश में सभी जिला कलेक्टर, सीईओ, डीईओ, जेडी आदि को निर्देशित किया गया है कि संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ष 2012 में अर्ह आवेद िजिन्होंने मंडल से डीएड परीक्षा उत्तीर्ण की एवं इंटरनेट की अंकसूची है। उसके आधार पर सत्यापन प्रक्रिया में शामिल होने दिया जाए। मेरिट के आधार पर बाद में डीएड की मूल अंकसूची होने पर अंतिम रूप से विचार किया जाएगा।