भोपाल। प्री-मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) फर्जीवाडे के सूत्रधार और व्यापमं के तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक नितिन मोहिंद्रा व दलाल तरंग शर्मा के बीच 20 से ज्यादा एडमिशन का सौदा तय हुआ था। दलाल तरंग ने इसके एवज में मोहिंद्रा को तीन किस्तों में एक करोड़ 7 लाख रुपए की मोटी रकम चुकाई थी।
छह एडमिशन 2012 के लिए दिए गए थे, जबकि शेष एडमिशन 2013 के लिए थे। यह खुलासा गिरμतार किए गए दलाल तरंग शर्मा ने एसटीएफ द्वारा लिए गए पुलिस रिमांड (पीआर) के दौरान पूछताछ में किया है। दलाल ने प्रति एडमिशन करीब एक-एक लाख रुपए की दलाली लेना बताया है। हालांकि एसटीएफ का अनुमान है कि दोनों साल के इस फर्जीवाडे में तरंग को दलाली 40 से 50 लाख रुपए मिली है।
दो आरोपियों की मांगी जाएगी रिमांड
पूछताछ का दौर बुधवार देर रात तक जारी था, एसटीएफ के अनुसार पुलिस रिमांड की मियाद समाप्त होने पर गुरुवार को तरंग शर्मा के साथ-साथ आरोपियों डॉ. पंकज त्रिवेदी, नितिन मोहिन्द्रा, अजय कुमार सेन, चन्द्रकांत मिश्रा, डॉ. संजीव शिल्पकार व विकास सिंह को जिला न्यायालय पेश किया जाएगा। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार इनमें से एक-दो आरोपियों को फिर से पीआर पर मांगा जा सकता है।