उपदेश अवस्थी/भोपाल। मध्यप्रदेश में सिंधिया की लीडरशिप में चुनाव और सीएम पद की दावेदारी से अब सारी धुंध साफ हो गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश कांग्रेस में लीडर नहीं बल्कि स्टार प्रचारक मात्र हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी से जारी स्टार प्रचारकों की सूची में दिग्विजय सिंह एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश में कांग्रेस का स्टार प्रचारक घोषित किया गया है। अत: वे यहां कांग्रेस के पक्ष में मतदाताओं को समझाने और सभाएं लेने आएंगे, लेकिन चुनाव का नेतृत्व नहीं करेंगे।
लीडर और स्टार प्रचारक में पर्याप्त अंतर होता है। कम शब्दों में कहें तो लीडर मेजबान और स्टार प्रचारक मेहमान होता है। कांग्रेस की इस नई सूची में अपने आप स्पष्ट हो गया है कि सिंधिया मध्यप्रदेश में मेजबान नहीं मेहमान हैं।
सनद रहे कि पिछले दिनों मध्यप्रदेश में सिंधिया के नेतृत्व में चुनाव की चर्चाएं तेज थीं। उनका विरोध भी जबर्दस्त हो रहा था, परंतु समर्थन में माहौल भी शानदार था। उन्होंने अपनी सभाओं के दौरान शिवराज सिंह चौहान को काफी चुनौतियां दीं थीं परंतु जब टिकिट बंटवारे की बात आई तो कांग्रेस का चाणक्य अपना खेल खेल गया।
टिकिट बंटवारे के दौरान एक चतुर बुद्धि ने सिंधिया को इस कदर उलझाया वो उस जाल से निकल ही नहीं पाए और मात्र 3 दिनों का एक ड्रामा सिंधिया को लीडर से स्टार प्रचारक बनाकर चला गया।
सिंधिया अब भी आएंगे, सभाएं लेंगे, दुहाई देंगे, कसमें भी खाएंगे, लेकिन भले ही कांग्रेस की सरकार बन जाए, कम से कम इस बार तो सीएम नहीं बन पाएंगे।