मुझे बताया था इनकी नजर कमजोर हैं, लेकिन ये तो अंधे निकले, मुझे तलाक चाहिए

shailendra gupta
भोपाल। ‘मैडम.., मुझसे झूठ बोलकर शादी की गई है, और अब हालत ये है कि कंप्यूटर सेंटर खोलने के नाम पर 15 लाख रुपए मायके से लाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। मेरे मायके वालों की इतनी हैसियत नहीं है कि 15 लाख की बड़ी रकम इन्हें दी जा सके। इसलिए अब मैं इनके साथ नहीं रहना चाहती, मुझे तलाक चाहिए।’

महिला परामर्श केंद्र में शुक्रवार को आयोजित काउंसलिंग के दौरान नि:शक्त नवविवाहिता ने यह पीड़ा सुनाई। भोपाल निवासी नि:शक्त युवती की शादी 11 माह पहले भोपाल के ही युवक से हुई थी। युवक भी नि:शक्त है, उसे दिखाई नहीं देता। दोनों के बीच वैवाहिक विज्ञापन के मार्फत रिश्ता तय हुआ था। युवक सॉμटवेयर इंजीनियर है। वह बैंगलुरु में एक निजी कंपनी में काम करता था। शादी के बाद दोनों पति-पत्नी करीब छह महीने बैंगलुरु में रहे। चूंकि लड़के की आंखों की रौशनी 80 प्रतिशत से कम हो गई थी, इस कारण उसे नौकरी छोड़नी पड़ी। ऐसे में वह कंप्यूटर सेंटर खोलने के इरादे से भोपाल लौट आया। भोपाल में वह कंप्यूटर सेंटर शुरू नहीं कर पाया, उल्टे पत्नी को उसके घरवालों ने घर भेज दिया। यही कारण है कि युवती पिछले दो महीने से साकेत नगर स्थित अपने मायके में रह रही है। 

ससुराल वालों से परेशान युवती ने महिला परामर्श केंद्र में अर्जी लगाई है। पीड़ित युवती का आरोप है कि पहले तो उसके पति और ससुराल वालों ने झूठ बोलकर शादी करवा दी। उन्होंने कहा था कि लड़के नजर कमजोर है, लेकिन ब्लाइंड होने की हद तक उनकी नजर कमजोर है, यह नहीं बताया था। 

इसके अलावा कंप्यूटर सेंटर खोलने के लिए उसके पति और ससुराल के लोगों ने 15 लाख रुपए मायके से लाने के लिए प्रताड़ित किया। लड़की का आरोप है कि उसकी सास ने (बैरागढ़ से) लाल बस में अकेला बैठाकर मायके रवाना कर दिया और कहा कि 15 लाख रुपए लेकर ही लौटना, वरना यहां आने की जरूरत नहीं है। लड़की का कहना है कि मेरे आत्म सम्मान को ठेस पहुंची है, मुझे प्रताड़ित किया गया है, इसलिए मैं ससुराल नहीं जाना चाहती। युवती ने काउंसलर से तलाक दिलाए जाने की गुहार लगाई। इधर युवक ने लड़की की तरफ से लगाए गए सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मैंने 15 लाख रुपए की रकम नहीं मांगी है। उसका कहना है कि उसकी पत्नी जॉब छूटने के बाद से ही परेशान कर रही है। मुझे ग्लूकोमा है, दूसरा जॉब तलाश रहा हूं। मैं खुद परेशान हूं। लड़की को रखना भी चाहता हूं। काउंसलर रीता तुली का कहना है कि इस मामले में पहली काउंसलिंग थी। दोनों की शादी को एक साल भी पूरा नहीं हुआ है, इसलिए तलाक का मामला अभी नहीं बनता। काउंसलिंग फिलवक्त जारी रहेगी। 15 दिन बाद उन्हें सुनवाई के लिए बुलाया गया है।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!